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कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
भारतीय मूल की अमेरिकी नेता और संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी दूत निक्की हेली ने अफगानिस्तान के बदले हुए हालात के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अपने सहयोगियों को अफगानिस्तान में अकेले छोड़ दिया। रिपब्लिकन पार्टी की निक्की हेली ने अमेरिकी न्यूज चैनल सीबीएस न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'वे (बाइडन प्रशासन) तालिबान के साथ बातचीत नहीं कर रहे हैं। उन्होंने तालिबान के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है।
उन्होंने बगराम एयरफोर्स बेस को आत्मसमर्पण कर दिया, जो नाटो का एक प्रमुख हब था। उन्होंने 85 बिलियन डालर के उपकरण और हथियार आत्मसमर्पण कर दिए, जो हमें वहां से वापस लाने चाहिए थे।' उन्होंने अफगानिस्तान से बाइडन प्रशासन की वापसी नीति की आलोचना की।
हेली ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी लोगों का आत्मसमर्पण किया है और अमेरिकी लोगों को वापस लाने से पहले हमारे सैनिकों की वापसी की। उन्होंने हमारे अफगान सहयोगियों को छोड़ दिया है, जिन्होंने विदेश में तैनाती के दौरान सुरक्षा की। इसलिए कोई बातचीत नहीं की गई है। ये एक पूरी तरह से किया गया आत्मसमर्पण और एक शर्मनाक विफलता है।
निक्की हेली को 2024 में होने वाले चुनावों के लिए राष्ट्रपति पद का भावी उम्मीदवार माना जा रहा है। वह बाइडेन प्रशासन की अफगानिस्तान को लेकर बनाई जाने वाली नीतियों की प्रमुख आलोचक रही हैं। निक्की हेली ने कहा कि तालिबान ने हमारे अमेरिकी नागरिकों को बंधक बनाया है। हमें अपने नागरिकों और अपने सहयोगियों को बाहर निकालने के तरीके का पता लगाना होगा।
बता दें कि अफगानिस्तान पर 15 अगस्त, 2021 को तालिबान ने कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से वहां के हालात हर दिन बिगड़ रहे हैं। सभी देशों के लोग अपने लोगों को वहां से निकाल रहे है। लगातार तालिबानियों का अत्याचार बढ़ रहा है। कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
Neha Dani
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