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न्यूजीलैंड में कोरोना के उछाल को चौथी लहर के रूप में देखा, 18 लोगों की मौत

Neha Dani
21 April 2022 10:44 AM GMT
न्यूजीलैंड में कोरोना के उछाल को चौथी लहर के रूप में देखा, 18 लोगों की मौत
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एयरलाइन्स को कॉल्स करते हैं जिससे निपटने के लिए सभी एयरलाइन्स ने अतिरिक्त कर्मचारियों को भर्ती किया है।

कोरोना का अंत अभी भी दूर- दूर तक दिखाई नहीं दे रहा, एकबार फिर से कोरोना ने अपनी रफ़्तार पकड़ ली है। कहीं ये धीमी नज़र आ रही है तो कहीं जोर पकड़ती दिख रही है। जहां पूरे विश्व में इस कोरोना के उछाल को चौथी लहर के रूप में देखा जा रहा है तो कहीं ये नए वैरिएंट के रूप में दहशत बना रही है। भारत में पिछले महीने कोरोना धीमी पड़ी थी और सभी प्रकार के कोरोना नियमों को वापस लिया गया था। मामले फिर से बढ़ने के कारण कई राज्यों में दोबारा प्रतिबंध लगाए जा रहे है। चीन की बात करें तो शंघाई में कोरोना ने तबाही मचा रखा है जिसके बाद चीन सरकार ने शंघाई में लाकडाउन के साथ कई कड़े प्रतिबंध लगाएं हैं।

अब खबर न्यूजीलैंड से आ रही हैं जहां कोरोना अपने पैर पसारता नज़र आ रहा है। न्यूजीलैंड के कई कई बड़े शहर कोरोना की चपेट में आ गए है। न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में गुरुवार को COVID ​​-19 के 10,294 नए मामले ( COMMUNITY CASES ) आए हैं।
मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण के नए मामले 2,274 सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में पाए गए। इसके अलावा, न्यूजीलैंड सीमा पर COVID ​​-19 के 66 नए मामले सामने आये है। वर्तमान में, न्यूजीलैंड के अस्पतालों में 524 रोगियों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 14 की स्थिति नाज़ुक बताई जा रही है और सभी मरीजों को आईसीयू में रखा गया है। मंत्रालय ने COVID-19 से 18 और मौतों की भी सूचना दी है। न्यूजीलैंड महामारी की शुरुआत के बाद से COVID-19 के अबतक 858,576 मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एयर न्यूज़ीलैंड ने कहा कि सीमाओं के खुलने के साथ ही यात्रा करने के इच्छुक लोगों के फोन काल की बाढ़ आ गई है।
बहुत से लोग पड़ोसी देशों में जाना चाहते हैं जो कोरोना की वजह से सीमा बंद होने के कारण नहीं जा पा रहे थे वह अब सुरक्षा सावधानियों की जांच करना चाहते हैं और ऑरेंज प्रतिबंधों के तहत यात्रा के लिए उन्हें कौन से दस्तावेज और अन्य तैयारियां करने की आवश्यकता है इससे जुड़े सवालों के लिए वो एयरलाइन्स को कॉल्स करते हैं जिससे निपटने के लिए सभी एयरलाइन्स ने अतिरिक्त कर्मचारियों को भर्ती किया है।

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