जनता से रिश्ता वेबडेस्क| न्यूजीलैंड ने एक बार फिर से कोरोना वायरस पर विजय हासिल कर लिया है। ऐसा दूसरी बार है जब न्यूजीलैंड ने इस महामारी पर काबू पाया है। इस शानदार सफलता पर देशवासियों ने जमकर जश्न मनाया। इससे पहले बुधवार को स्वास्थ्य अधिकारियों ने ऐलान किया था कि आकलैंड आटूमन क्लस्टर खत्म हो गया है। सभी 6 संक्रमित मरीज ठीक हो गए हैं और देश में अब कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं बचा है।
इन नए क्लस्टर की पहचान अगस्त में हुई थी। इसके साथ ही 102 दिनों बाद न्यूजीलैंड में कोरोना के नए केस सामने आए थे। बुधवार रात से आकलैंड में सभी प्रतिबंध हटा लिए गए। साथ अलर्ट का लेवल भी एक कर दिया गया। इन प्रतिबंधों को हटाए जाने के बाद अब देश में बार और रेस्त्रां में 100 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है।
इस जीत के बाद जश्न के रूप में 18 अक्टूबर को जश्न मनाया जाएगा। देश के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह खबर देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। न्यूजीलैंड के लोगों ने एक बार फिर से अपने सामूहिक प्रयास से कोरोना वायरस को मात दे दी है। कोरोना वायरस के पहले वेब के बाद हमने जिस सिस्टम को बनाया था, उसने वायरस के खिलाफ बहुत अच्छे से काम किया। न्यूजीलैंड में 24 सितंबर के बाद से कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है।
कोरोना वायरस पर कैसे पाया काबू?
यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो में महामारी विशेषज्ञ प्रफेसर माइकल बेकर बताते हैं कि न्यूजीलैंड ने शुरू से साहसी और सख्त फैसले लिए। शुरुआत में ही काफी सख्त लॉकडाउन लगाया। अपनी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर जोर दिया। इसी का नतीजा है कि कई देशों में अर्थव्यवस्था की स्थिति डगमगा रही है, तो न्यूजीलैंड अपने यहां बेरोजगारी दर को 4 फीसद पर रखने में कामयाब रहा है।
उन्होंने कहा, ''यह अच्छे विज्ञान और बेहतरीन राजनीतिक नेतृत्व का कमाल है। यदि आप दुनियाभर में देखें, तो जिन देशों ने संक्रमण को काबू पाने में सफलता हासिल की है, वहां आमतौर पर इन दोनों चीजों का संगम है।' इस सफलता के लिए दुनियाभर में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री की प्रशंसा हो रही है।