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दुनिया में खलबली मचाने वाला नया वुहान, यहां 90% लोग कोरोना के नए ओमीक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित

jantaserishta.com
29 Nov 2021 8:24 AM GMT
दुनिया में खलबली मचाने वाला नया वुहान, यहां 90% लोग कोरोना के नए ओमीक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित
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इमेज: AFP

नई दिल्ली: देश और दुनिया के लिए नई मुसीबत बनकर उभरा कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन सबसे पहले साउथ अफ्रीका में पाया गया था. अब दक्षिण अफ्रीका में इसके एपिसेंटर का पता लगा लिया गया. साउथ अफ्रीका में श्वाने इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को इसका एपिसेंटर बताया जा रहा है. इस विश्वविद्यालय में कई छात्रों के संक्रमित पाए जाने के बाद से कई परीक्षाएं रद्द कर दी गईं. ओमिक्रॉन का नया केंद्र बन रहे जोहन्सहबर्ग का गौतेंग प्रांत में 90% संक्रमण इसी वैरिएंट का है.

बता दें कि साउथ अफ्रीका के भीतर 18 से 34 की उम्र के केवल 22 प्रतिशत युवाओं ने ही कोरोना की वैक्सीन ली है. वैक्सीन ले चुके छात्र मंकूबा जीथा ने बताया कि वे कई साथियों को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. जीथा ने कहा- मैं उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा हूं कि कोरोना वायरस से बचना है तो वैक्सीन लेनी होगी. हम टीवी में देख रहे हैं कि लोग रोज मर रहे हैं. हमें समझना होगा.
दो सालों तक लगातार कोरोना की मार झेलने के बाद अब दुनिया कोरोना के नए वैरिएंट की चपेट में आने की कगार पर है. यही कारण है कि ओमिक्रॉन का पता लगने के बाद से ही कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं तो कई देशों ने खास साउथ अफ्रीका से आने वालों के लिए सीमाएं बंद कर दी हैं.
डब्लूएचओ ने इस नए वैरिएंट को काफी ट्रांसमिसिबल बताया है. हालांकि इससे जुड़े जोखिमों को लेकर जानकारी अब भी पूरी नहीं मिल सकी है. कहा जा रहा है कि जिनको पहले से कोरोना है, उनके लिए इस नए वैरिएंट की चपेट में आना और भी आसान है. वहीं कोरोना की वैक्सीन ओमिक्रॅान पर कितनी कारगर है, ये पता लगाने में अभी कुछ सप्ताह लग जाएंगे. फिर भी कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये वैक्सीन कुछ हद तक ओमिक्रॉन के लिए जरूर प्रभावी होगी.
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