रूस में ओमिक्रॉन का एक नया सब वैरिएंट मिला है, जो अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। बीए.4 ओमिक्रॉन के अब तक पाए गए सब-वेरिएंट के मुकाबले अधिक खतरनाक है। रूस में स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
रोस्पोट्रेबनादजोर में सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एपिडेमियोलॉजी में जीनोम रिसर्च के प्रमुख कामिल खफीजोव के मुताबिक, दो राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं ने बीए.4 सबलाइन के वायरल जीनोम का पता लगाया गया है।
इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने मई में चेतावनी दी थी कि जिन देशों में टीकाकरण की दर कम है, वहां ओमिक्रॉन के बीए.4 और बीए.5 सब-वेरिएंट्स के मामले अधिक संख्या में देखने को मिल रहे हैं, जबकि बीए.2 की उपस्थिति दुनिया के कई हिस्सों में दर्ज हुई है।
कामिल खफीजोव ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए काम कर रहे इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसीओजी) ने भारत में ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट बीए.4 और बीए.5 के संक्रमण की पुष्टि की थी।
जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान तमिलनाडु की एक 19 वर्षीय युवती में भारत के पहले बीए.4 सब-वेरिएंट का पता चला था, वहीं तेलंगाना के एक 80 वर्षीय पुरुष में पहले बीए.5 का मामला सामने आया था। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना के नए सब-वेरिएंट मूल ओमिक्रॉन स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में अधिक गंभीर संक्रमण का कारण नहीं बनते हैं, हालांकि म्यूटेशन के साथ इनकी संक्रामक दर जरूर अधिक बनी हुई है।