x
विमानन कंपनियों को मौसम विज्ञान विभाग द्वारा दिए गए पूरे रास्ते का मौसम पूर्वानुमान भी जमा कराना होगा।
बुद्धा एयरलाइंस का एक विमान तकनीकी खराबी के बाद नेपाल के काठमांडू वापस लौट आया। इस विमान ने काठमांडू से भाद्रपुर के लिए बुधवार को उड़ान भरी थी। नेपाल की माई रिपब्लिक समाचार वेबसाइट ने हवाई अड्डे पर नागरिक उड्डयन कार्यालय का हवाला देते हुए कहा कि, त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाला विमान टायर में कोई समस्या आने के कारण वापस लौट आया है। नागरिक उड्डयन अधिकारी के अनुसार, विमान ने काठमांडू से सुबह 10:43 बजे उड़ान भरी और इसके तुरंत बाद हवाई अड्डे पर लौट आया। अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
नेपाल के उड्डयन प्राधिकरण ने तारा एयर विमान के हादसे के बाद नियमों को किया सख्त
बता दें की पिछले रविवार को तारा एयर (Tara Air) का विमान खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ था कि कनाडा में निर्मित तारा एयर (Tara Air) का विमान खराब मौसम की वजह से बाएं के बजाय दाहिनी ओर मुड़ा जिससे यह दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। इसका मलबा पहाड़ों पर मिला है। इस विमान में चार भारतीयों के साथ 22 लोग सवार थे। मंगलवार को, नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने घरेलू उड़ानों को नियंत्रित करने वाले नियमों को और कड़ा कर दिया है। एयरलाइनों के लिए उड़ान के पूरे मार्ग में साफ मौसम रखना अनिवार्य कर दिया है।
अब विमानन कंपनियों (Aviation Companies) को उड़ान भरने से पहले गौर करना होगा कि पूरे रास्ते में मौसम साफ हो। नेपाल ने यह कदम रविवार को मुस्तांग जिले में हुए विमान हादसे की प्राथमिक जांच में हादसे की मुख्य वजह खराब मौसम बताए जाने के बाद उठाया है।
अब तक नेपाल का उड्डयन नियामक नेपाल नागरिक विमानन प्राधिकरण (सीएएन) उड़ान शुरू होने के स्थान और गंतव्य पर मौसम साफ होने पर उड़ान भरने की अनुमति देता था। लेकिन अब से उड़ान के पूरे रास्ते के मौसम पर भी गौर किया जाएगा और मौसम साफ होने पर ही किसी भी एयरलाइन्स को उड़ान भरने की परमिशन दी जाएगी।
विमान हादसों का कारण नेपाल में तेजी बदलता मौसम
नेपाल पहाड़ी देश है और यहां मौसम में तेजी से बदलाव होता है। ऐसे में उचित मौसम पूर्वानुमान प्रणाली के अभाव में उड़ानों का परिचालन मुश्किल है। सीएएन द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक उड़ान की योजना जमा करने के साथ विमानन कंपनियों को मौसम विज्ञान विभाग द्वारा दिए गए पूरे रास्ते का मौसम पूर्वानुमान भी जमा कराना होगा।
Next Story