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अधिकारियों ने यह जानकारी दी
भारत के रास्ते अवैध रूप से नेपाली श्रमिकों (Nepali Labors) को कथित तौर पर कनाडा भेजने को लेकर नेपाल में तीन महिलाओं समेत चार भारतीयों (Indians) को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एक गुप्त सूचना के आधार पर विदेशी रोजगार विभाग की एक विशेष टीम ने सोमवार को काठमांडू (Kathmandu) के बाहरी इलाके में ट्रिपल स्टार मैनपावर कंपनी के कार्यालय पर छापा मारा. अधिकारियों ने वहां से कौर मन्नत (45) , फरमान रबन (24), मनप्रीत कार (18) और सोनू कुमार (46) को हिरासत में लिया. चारों दिल्ली के रहने वाले हैं. (Four Indian women arrested for sending labors to Canada illegally)
विभाग के एक अधिकारी के अनुसार वे सभी ट्रिपल स्टार के कार्यालय से भारतीय कंपनी गणपति हैप्पी लाईफ का कार्यालय चला रहे थे. विशेष टीम के एक सदस्य कुशल बराल ने बताया कि वे नेपाल में किसी औपचारिक कंपनी के पंजीकरण के बिना ही ट्रिपल स्टार के साथ मिलकर काम कर रहे थे. उन्हें महत्वाकांक्षी नेपाली श्रमिकों को गलत तरीके से भारत के रास्ते से कनाडा भेजने के धंधे में संलिप्त पाया गया.
नहीं मिला कोई पहचान पत्र
प्राथमिक जांच के अनुसार वे लोगों को कनाडा भेजने के लिए पहली किश्त के रूप में प्रति व्यक्ति 5000-12000 रूपए वसूलते थे. अधिकारियों ने बताया कि वे आरिफ शेख नामक किसी व्यक्ति की भारतीय कंपनी के कर्मचारी के रूप में काम कर रहे थे. आरिफ दिल्ली से अपना धंधा करता है.
अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों के पास नेपाल में मानव संसाधन का धंधा करने का कोई वैध दस्तावेज नहीं है और उनमें तीन के पास तो कोई पहचान पत्र भी नहीं है, बस एक महिला के पास भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस है. पुलिस ने उनके पास से लैपटॉप, गणपति हैप्पी लाईफ के नाम से पासपोर्ट की कुछ प्रतियां और रसीद बरामद की हैं.
सोमवार को खुलीं भारत-नेपाल सीमाएं
भारत से नेपाल हर साल लाखों मजदूर मजदूरी करने आते हैं. दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध होने के चलते आवाजाही आसान है. कोरोना के चलते पिछले साल सीमाओं को बंद कर दिया गया था. सोमवार को दो जगहों से नेपाल और भारत के बॉर्डर घोषणा के चौथे दिन खोल दिए गए. नेपाल सरकार ने 21 मार्च को महामारी से बचाव के चलते सीमाओं को बंद कर दिया था. शुक्रवार को नेपाल के गृह मंत्रालय सीमाओं को खोलने का आदेश दिया था.
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