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नेपाल : एक साल के भीतर होंगे त्रिस्तरीय चुनाव, शुरू करें तैयारी, प्रधानमंत्री देउबा का एलान

Renuka Sahu
22 Jan 2022 12:47 AM GMT
नेपाल : एक साल के भीतर होंगे त्रिस्तरीय चुनाव, शुरू करें तैयारी, प्रधानमंत्री देउबा का एलान
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फाइल फोटो 
नेपाल के पीएम देउबा ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए घोषणा की कि नेपाल में एक साल के भीतर त्रिस्तरीय चुनाव होंगे और इस दौरान उन्होंने निकाय चुनाव से तैयारी शुरू करने का आग्रह किया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेपाल के पीएम देउबा ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए घोषणा की कि नेपाल में एक साल के भीतर त्रिस्तरीय चुनाव होंगे और इस दौरान उन्होंने निकाय चुनाव से तैयारी शुरू करने का आग्रह किया है। पीएम देउबा के कार्यकाल को छह महीने हो चुके हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की तारीफ भी की।

देश के लिए की मजबूत नींव तैयार
उन्होंने कहा कि नेपाल में गठबंधन सरकार द्वारा कम समय में किए गए कामों ने देश के लिए राजनीतिक स्थिरता, सुशासन और समृद्धि के लिए एक मजबूत नींव तैयार की है। देउबा ने कहा कि तीन स्तरीय चुनाव कराना हमारी जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने चुनाव से संबंधित सभी आवश्यक कार्यों को शुरू करने का आग्रह किया।
पीएम देउबा नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। मौजूदा संसद के साथ-साथ स्थानीय निकायों और प्रांतों का कार्यकाल अगले साल तक समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम विकास की मौजूदा गति से संतुष्ट नहीं रह सकते, क्योंकि प्रतिस्पर्धा के इस युग में विकास और समृद्धि की यात्रा में आगे बढ़ने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा कि सरकार का जब मैंने कार्यभार संभाला तो भ्रष्टाचार की जांच करने, उच्च और समान आर्थिक विकास प्राप्त करने, आपूर्ति की स्थिति में सुधार, मूल्य वृद्धि को नियंत्रित करने के साथ घरेलू रूप से उपलब्ध कच्चे माल के आधार पर निर्यात योग्य माल को बढ़ाकर निर्यात व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए पहल की गई है।
कोरोना वायरस को लेकर जाहिर की चिंता
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने लोगों से सरकार के साथ सहयोग करने और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का भी आग्रह किया ताकि देश में हाल ही में कोरोनावायरस संक्रमण की तीसरी लहर के कारण कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके।
पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सिफारिश पर 22 मई को पांच महीने में दूसरी बार राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी द्वारा निचले सदन को असंवैधानिक रूप से भंग कर दिया गया था। सदन के बहाल सत्र के पहले दिन बहादुर देउबा ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद देउबा को पीएम घोषित कर दिया था।
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