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नेपाल : केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ने नेता माधव को किया निलंबित
Deepa Sahu
30 March 2021 2:46 PM GMT
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प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: काठमांडु, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएन-यूएमएल) ने पूर्व प्रधानमंत्री तथा पार्टी में प्रतिद्वंद्वी गुट के नेता माधव कुमार नेपाल और भीम रावल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री नेपाल और उपाध्यक्ष रावल को जारी किए गए दो अलग-अलग पत्रों में पार्टी ने कहा कि दोनों को छह महीने के लिए निलंबित किया गया है।
पत्र में कहा गया है कि यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों पर आपका जवाब संतोषजनक नहीं था। यूएमएल के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री ओली द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, 'यदि आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में भविष्य में हिस्सा नहीं लेते हैं तो निलंबन की अवधि को कम भी किया जा सकता है। माधव नेपाल और रावल ने पिछले सप्ताह पार्टी के संसदीय दल की बैठक का बहिष्कार किया था।
ज्ञात हो कि नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों ओली की कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल और प्रचंड की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के 2018 में हुए विलय को खारिज कर दिया था। इन दोनों से ही पार्टी के नाम का अधिकार छीनकर ऋषि कुमार कट्टेल को नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी का चेयरमैन माना था। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से प्रधानमंत्री ओली को थोड़ा लाभ हुआ है, लेकिन प्रचंड को ज्यादा नुकसान हुआ था। निर्णय के बाद प्रचंड का साथ दे रहे पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल और झालानाथ खनल सहित कुछ सांसदों को ओली की पार्टी में जाना पड़ा था। ये सभी ओली की पार्टी के ही सिंबल से लड़े थे, ऐसी स्थिति में अलग होने पर उनकी सदस्यता समाप्त हो सकती है।
उस समय माधव कुमार ने कहा था कि हम दिल बड़ा करके जा रहे हैं, लेकिन हमारा संघर्ष जारी रहेगा। अब ओली और प्रचंड दोनों के ही दल सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद चुनाव आयोग में पंजीकरण कराने के लिए आवेदन किया हैं। उल्लेखनीय है कि नेपाल की प्रतिनिधि सभा में सदस्यों की संख्या 275 है। 2017 के चुनावों में ओली की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी यूएमएल ने 121 सीटें जीती थीं, जबकि प्रचंड की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने 53 सीटों पर जीत हासिल की थी।
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