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चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे नवाज, पीएमएल-एन नेता को आम चुनाव से पहले पाकिस्तान लौटने की उम्मीद
Gulabi Jagat
14 April 2022 9:34 AM GMT
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चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे नवाज
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान को अपना नया प्रधानमंत्री मिल गया है और सत्ता की चाबी पाने के बाद मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी ने अपने नेता नवाज शरीफ की घर वापसी की पूरी तैयारी कर ली है। इस बात की जानकारी देते हुए पार्टी के नेता तलाल चौधरी ने बुधवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के चुनाव से पहले पाकिस्तान लौटने की उम्मीद है।
चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे नवाज
पार्टी में नवाज शरीफ की अहमियत को रेखांकित करते हुए चौधरी ने दावा किया कि जब भी देश में चुनाव होगा पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तान में अभियान का नेतृत्व करेंगे। पीएमएल-एन नेता ने कहा कि अगले पांच से छह महीनों के भीतर नए सिरे से चुनाव नहीं हो सकते हैं, हालांकि उन्होंने कहा कि यह देरी पार्टी पर बोझ को बढ़ाएगी ही। उन्होंने कहा कि नए चुनावों के संबंध में निर्णय गठबंधन सहयोगियों से परामर्श करने के बाद लिया जाएगा।
नवाज पर लगे आरोप राजनीति से प्रेरित
पीएमएल-एन नेता तलाल चौधरी ने आगे कहा कि नवाज शरीफ के खिलाफ दर्ज मामले राजनीति से प्रेरित थे और कुछ लोगों को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) का उपयोग करके शासकों के रूप में थोप दिया गया था। उन्होंने इसके लिए इमरान सरकार पर जालसाजी का भी आरोप लगाया।
नवाज को राजनयिक पासपोर्ट देने का निर्देश
इससे पहले मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गृह मंत्रालय को नवाज शरीफ को राजनयिक पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दिया था। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लंदन स्थित पाकिस्तान दूतावास को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार को राजनयिक पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, राजनयिक मामलों के जानकारों का ये कहने के बाद कि केवल नवाज शरीफ को ही राजनयिक पासपोर्ट जारी किया जा सकता है, शहबाज शरीफ ने डार को सामान्य पाकिस्तानी पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दे दिया।
फिलहाल लंदन में रह रहे नवाजबता दें कि नवाज शरीफ अभी लंदन में रह रहे हैं, वह लाहौर हाई कोर्ट से जमानत के बाद अपना इलाज कराने वर्ष 2019 में लंदन गए थे। नवाज को पनामा पेपर्स मामले में नाम आने के बाद जुलाई 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पद छोड़ना पड़ा था। वहीं इमरान खान की सरकार ने ही पीएमएल-एन के अध्यक्ष नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के कई मामले लगाए थे। इसके बाद इमरान सरकार ने शरीफ के पासपोर्ट के नवीकरण से भी इन्कार कर दिया था जिससे वह वतन वापिस नहीं आ पाए थे।
वापिस आते ही हो सकती है गिरफ्तारी?
दरअसल नवाज शरीफ को लाहौर हाई कोर्ट से इलाज के लिए केवल चार हफ्ते की जमानत दी गई थी। लेकिन वर्ष 2019 के बाद से नवाज लंदन में रह रहे हैं और उनपर अभी पाकिस्तान में केस चल रहा है। इसके मद्देनजर कई पाकिस्तानी मीडिया में ये बातें चल रही है कि नवाज के वापिस आते ही उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
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