x
इमरान प्रधानमंत्री की पद से इस्तीफा देने के बाद पूरे देश में आम चुनाव कराने के लिए लगातार चुनावी रैलियां कर रहें थे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PML-N सुप्रीमो नवाज शरीफ देश में नए सिरे से चुनाव कराने पर विचार कर रहे हैं। द न्यूज की खबर के मुताबिक, शरीफ सरकार छोड़ने के लिए एक खास रणनीतिक योजना पर काम कर रहे हैं और यह योजना पार्टी के अन्य सदस्यों के समक्ष चर्चा के लिए लाया जायेगा। इस बारे में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक अलायंस ( पीडीए) की गुरुवार को होने वाली शिखर बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री की सुझाव पर विचार पर किया जाएगा।
शरीफ करेंगे संबोधित
PDA अध्यक्ष मौलाना फजल उर रहमान इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे तथा इस बैठक को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ वर्चुअली संबोधित करेंगे। राजनीतिक सूत्रों ने बुधवार को द न्यूज को जानकारी दी कि पंजाब सरकार पर न्यायिक फैसला आने के बाद शरीफ को पाकिस्तान नेशनल असेंबली को जल्द से जल्द भंग करने का दबाव है। सूत्रों ने इस और इशारा किया कि पीडीएम नेतृत्व पिछले चार माह के दौरान विभिन्न संस्थानों के फैसलों पर भी चर्चा करेगा।
देश की आर्थिक स्थिति पर मंथन
पाकिस्तान की हालत काफी खराब है और वह भारी कर्ज का सामना कर रहा है। आर्थिक स्थिति दिन-प्रतिदिन बदहाल होने के कारण बैठक में देश की आर्थिक स्थिति पर भी मंथन किया जायेगा। द न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहेंगे, जबकि असरफ अली जरदारी को भी इस बैठक में विचार-विमर्श के लिए शामिल किया जायेगा।
आम चुनाव पर होगी चर्चा
सूत्रों ने बताया कि बैठक में एक अन्य प्रस्ताव भी पेश किया जायेगा, जिसके तहत देश में नए सिरे से आम चुनाव को लेकर जनसंपर्क अभियान को शुरू करने पर चर्चा होगी। पीटीआई के सांसदों के इस्तीफे का सवाल भी अभी स्पीकर के सामने लंबित है। अविश्वास प्रस्ताव लाने के पहले ही पीटीआई के इन सांसदों ने इस्तीफा 9 अप्रैल दे दिया था।
इमरान सरकार की गई थी कुर्सी
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व कप्तान इमरान खान को विपक्ष की और से पेश अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा था। देश में कई दिनों तक चले राजनीतिक उठापटक के बीच नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि इमरान प्रधानमंत्री की पद से इस्तीफा देने के बाद पूरे देश में आम चुनाव कराने के लिए लगातार चुनावी रैलियां कर रहें थे।
Next Story