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यूरोप | नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार 31 जुलाई से 2 अगस्त तक ओमान सल्तनत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस यात्रा का उद्देश्य मौजूदा द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना और ओमान सल्तनत के सैन्य नेतृत्व के साथ उच्च स्तरीय चर्चा करना है। इस यात्रा के साथ भारतीय नौसेना का स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम तीन दिवसीय पोर्ट कॉल के लिए 30 जुलाई को पोर्ट सुल्तान कबूस, मस्कट पहुंचा। इस दौरान ओमान की रॉयल नेवी के साथ विभिन्न नौसैनिक सहयोग कार्यक्रम निर्धारित हैं। इसका समापन 3 अगस्त 2023 को समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) के साथ होगा।
यात्रा के दौरान, एडमिरल आर. हरि कुमार शाही कार्यालय के मंत्री महामहिम जनरल सुल्तान बिन मोहम्मद अल-नुमानी से मुलाकात करेंगे और अपने समकक्ष ओमान की शाही नौसेना (आरएनओ) के कमांडर रियर एडमिरल सैफ बिन नासिर बिन मोहसिन अल-रहबी और ओमान की शाही सेना के कमांडर मेजर जनरल मतर बिन सलीम बिन राशिद अल बलुशी के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। नौसेना प्रमुख ओमान में प्रमुख रक्षा और प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारतीय नौसेना और ओमान की शाही नौसेना कई विदेशी सहयोग मार्गों के तहत एक-दूसरे के साथ जुड़ी हुई हैं। इनमें विभिन्न क्षेत्रों में संचालन, प्रशिक्षण और विषय वस्तु विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है। द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास नसीम अल बह्र का 13वां संस्करण, जो 1993 में शुरू की गई एक महत्वपूर्ण द्विवार्षिक गतिविधि है, 2022 में ओमान में आयोजित किया गया था, और अगला संस्करण 2024 में निर्धारित है।
नौसेना प्रमुख ओमान में शाही नौसेना अधिकारियों संग करेंगे द्विपक्षीय चर्चा
रक्षा मंत्रालय का कहना है, दोनों नौसेनाएं हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) जैसे विभिन्न बहुपक्षीय निर्माणों के तत्वावधान में बड़े पैमाने पर संलग्न हैं। भारतीय नौसेना और ओमान की शाही नौसेना के बीच संबंध भारत सरकार के ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास’ (सागर) के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।
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