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लापरवाही दिखाने पर देशव्यापी लॉकडाउन, जान बचाने के लिए सरकार का बड़ा फैसला

Neha Dani
23 Nov 2021 1:51 AM GMT
लापरवाही दिखाने पर देशव्यापी लॉकडाउन, जान बचाने के लिए सरकार का बड़ा फैसला
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जो पहले से ही कोरोना की वजह से अपना बहुत कुछ गंवा चुके हैं.

ऑस्ट्रिया (Austria) में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के बेतहाशा बढ़ते मामलों को रोकने के लिए आज से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (Complete Lockdown) लगाया गया है. आपको बताते चलें कि ऑस्ट्रिया समेत पूरे यूरोप के कई देशों में कोविड-19 (Covid-19) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हालात ये हैं कुछ देशों के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली बुरी तरह प्रभावित हो रही है.

20 दिन का लॉकडाउन
यहां लगा लॉकडाउन अधिकतम 20 दिन तक चलेगा, हालांकि 10 दिन के बाद इसका रिव्यू किया जाएगा. इस दौरान लोगों के अनावश्यक रूप से बाहर जाने पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है. इसी तरह पूरे देश के सभी रेस्तरां तथा ज्यादातर दुकानें बंद रहेंगी. वहीं सभी तरह के बड़े आयोजन रद्द कर दिए जाएंगे. स्कूल और 'डे-केयर सेंट' खुले तो रहेंगे, लेकिन अभिभावकों को बच्चों को घर पर रखने की सलाह दी गई है.
क्या 13 दिसंबर को मिलेगी राहत?
ऑस्ट्रिया में लॉकडाउन की पाबंदियां 13 दिसंबर को हटाई जा सकती हैं लेकिन संभव है कि उन लोगों के लिए पाबंदियां जारी रहें, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है. इससे एक दिन पहले, रविवार को मध्य विएना के बाजारों में क्रिसमस की खरीदारी करने वाले लोगों और लॉकडाउन से पहले घूमने-फिरने का आनंद उठाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
'फेस्टिव सीजन को लेकर बढ़ी चिंता'
आपको बता दें कि देश के चांसलर एलेक्जेंडर शालेनबर्ग ने इस लॉकडाउन का ऐलान करते समय ये भी कहा था कि अगले साल एक फरवरी से यहां लोगों के लिए टीकाकरण अनिवार्य किया जा सकता है. इसके बाद कोरोना वैक्सीन नहीं लेने वालों को कड़ी सजा का प्रावधान हो सकता है. ऐसे लोगों पर और भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में क्रिश्चियन कम्युनिटी के लोग क्रिसमस के त्योहार का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. बीते साल कोरोना महामारी की वजह से कई त्योहार लोग ढंग से नहीं मना पाए थे. जिनके घरों में कैजुअल्टी नहीं हुई यानी जो बच गए उन्होंने भी इस त्योहार को सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करते हुए मनाया था.
इस साल अभी तक हालात सामान्य रहे लेकिन यूरोप के कुछ देशों में अचानक तेजी से बढ़े कोरोना के नए मामलों ने स्थानीय लोगों के साथ उन व्यापारियों की चिंता भी बढ़ा दी है जो पहले से ही कोरोना की वजह से अपना बहुत कुछ गंवा चुके हैं.
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