कोरोना वायरस की तीसरी लहर को रोकने के लिए डॉक्टरों और शक्तिशाली बौद्ध पादरियों के बढ़ते दबाव के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटभाया राजपक्षे ने शुक्रवार रात से 10 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का आदेश दिया है. नेशनल ऑपरेशंस सेंटर फॉर कोविड प्रिवेंशन ने कहा कि लॉकडाउन शुक्रवार रात 10 बजे से शुरू होकर 30 अगस्त की सुबह 4 बजे तक रहेगा. आर्मी चीफ जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने जोकि नेशनल ऑपरेशंस सेंटर फॉर कोविड प्रिवेंशन के प्रमुख भी हैं, कहा कि क्वारंटाइन कर्फ्यू रात 10 बजे से 30 अगस्त तक चलेगा. इससे पहले राजपक्षे ने इसे लागू करने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि देश को बंद करने की वजह से इकॉनमी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है.
गुरुवार को श्रीलंका में कोरोना वयरस की वजह से 186 लोगों की जान चली गई. इसके साथ ही 3800 नए मामले मिले हैं, जोकि अपने आप में रिकॉर्ड है. आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो श्रीलंका में अब तक कोरोना वायरस की वजह से 6,790 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 373,165 लोग संक्रमित हुए हैं,
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि राजधानी कोलंबो वाला पश्चिमी प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. कोलंबो में 75 प्रतिशत से अधिक मामले तेजी से फैल रहे डेल्टा संस्करण के हैं. जून के मध्य के बाद यह पहली बार होगा जब देश में फिर से लॉकडाउन किया गया है. श्रीलंका की कुल दो करोड़ से अधिक आबादी में से 50 लाख लोगों को ही वैक्सीन के दो डोज लगाए गए हैं.