
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) का जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JWST) सोमवार को करीब एक महीने का सफर तय करने के बाद मंजिल पर पहुंच गया। यहां से वह हमारे ब्रह्मांड के जन्म को देख पाएगा। इसे एक माह पहले 25 दिसंबर फ्रेंच गुयाना (French Guiana) के गुयाना स्पेस सेंटर से लांच किया गया था। इसे शक्तिशाली एरियन-5 रॉकेट (Ariane-5 Rocket) के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया। नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) सोमवार को नासा ने अपने ब्लाग रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी थी।
इतने लंबे सफर के बाद जहां जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप अब पहुंचा है उसे दूसरे लैगरांज बिंदु (Lagrange point or L2) के तौर पर जाना जाता है। यह अंतरिक्ष में वह जगह है जहां भेजी गई वस्तु रुकी रहती है। लैगरांज बिंदु पर दो बड़े द्रव्यमान किसी छोटी वस्तु को अपनी ओर खींचने के लिए एक बराबर ताकत लगाते हैं। अंतरिक्ष मे इस जगह का इस्तेमाल स्पेसक्राफ्ट के ईंधन की खपत को कम करने के लिए किया जाता है।