x
NASA का Ingenuity हेलिकॉप्टर
मंगल पर पहुंचे NASA के Perseverance रोवर ने Ingenuity हेलिकॉप्टर की तस्वीर खींची और इसकी पहली तस्वीर दुनिया के सामने आई है. दरअसल यह नन्हा हेलिकॉप्टर सोमवार यानी 12 अप्रैल को पहली बार उड़ान भर सकता है. Perseverance ने मंगल की सतह पर उतरे इस हेलिकॉप्टर की पहली रंगीन तस्वीर ली है.
मंगल पर दिखा इंद्रधनुष
इसके साथ ही रोवर परसिवरेंस (Perseverance Mars Rover) ने वहां के आसमान की इंद्रधनुषी फोटो भी ली है. इस तस्वीर में मंगल के आसमान में इंद्रधनुष जैसी आकृति दिखाई दे रही है. NASA ने स्पष्ट किया है यह इंद्रधनुष नहीं है.
Many have asked: Is that a rainbow on Mars? No. Rainbows aren't possible here. Rainbows are created by light reflected off of round water droplets, but there isn't enough water here to condense, and it's too cold for liquid water in the atmosphere. This arc is a lens flare. pic.twitter.com/mIoSSuilJW
— NASA's Perseverance Mars Rover (@NASAPersevere) April 6, 2021
18 फरवरी को ली गई यह तस्वीर तब की है जब रोवर ने मंगल ग्रह की सतह को छुआ था. इस बात की जानकारी NASA की तरफ से एक बयान जारी कर दी गई है.
इसलिए, नहीं हो सकता इंद्रधनुष
NASA ने बताया कि लाल ग्रह यानी मंगल पर इंद्रधनुष रोशनी के रिफ्लेक्शन और पानी की छोटी-छोटी बूंदों से बनता है, लेकिन, मंगल ग्रह पर न ही इतना पानी है और यहां पर वातावरण में तरल पानी के लिहाज से यहां काफी ठंडा है.
NASA ने एक ट्वीट में कहा, 'मंगल ग्रह के आसमान में दिखाई देने वाली ये इंद्रधनुषी छटा दरअसल, रोवर के कैमरे में लगे लैंस की एक रोशनी है. क्योंकि, मंगल ग्रह पर इंद्रधनुष हो ही नहीं सकता.'
सोमवार को उड़ान भर सकता है रोटरक्रॉफ्ट
उधर, NASA ने यह भी बताया है कि जब मंगल की सतह से हेलिकॉप्टर उड़ान भरनी शुरू कर देगा तो और भी बेहतरीन तस्वीरें आएंगीं. पहले यह हेलिकॉप्टर केवल टेस्ट उड़ान भरेगा. इस दौरान वह करीब 30 सेकंड तक हवा में रहेगा. इसके बाद यह नीचे आ जाएगा. इस शुरुआती उड़ान मकसद यह पता लगाना है कि क्या धरती के बाहर मंगल ग्रह पर भी उड़ान भरी जा सकती है या नहीं.
उड़ान की होगी टेस्टिंग
अब इसके अगले Step में इसकी उड़ान को टेस्ट करना है. NASA की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी में हेलिकॉप्टर की प्रॉजेक्ट मैनेजर मीमी ऑन्ग ने बताया, 'पहली बार Ingenuity अकेले मंगल पर रहा है लेकिन हमें पता है कि इसे सही सुरक्षा, सही हीटर और ठंडी रातों में रहने के लिए पर्याप्त बैटरी है, यह टीम के लिए बड़ी जीत है. हम इसके फ्लाइट टेस्ट की तैयारी के लिए उत्साहित हैं.' इसके रोटर ब्लेड्स को अनलॉक किया जाएगा और इसके मोटर और सेंसर टेस्ट किए जाएंगे.
इसके बाद एक्सपेरिमेंटल फ्लाइट के दौरान हेलिकॉप्टर टेक ऑफ और कुछ दूर घूमने में सफल रहा तो मिशन का 90% सफल रहेगा. अगर यह सफलता से लैंड होने के बाद भी काम करता रहा तो चार और फ्लाइट्स टेस्ट किए जाएंगे.
Next Story