अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के विज्ञानियों ने क्यूरियोसिटी रोवर द्वारा मंगल ग्रह से लाए गए पत्थर के नमूनों में एक प्रकार के कार्बन की उपस्थिति का पता लगाया है। इस कार्बन को धरती पर जैविक प्रक्रिया के लिए अहम माना जाता है।
नासा ने एक बयान में कहा, 'निष्कर्ष दिलचस्प है, लेकिन इसके आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि मंगल ग्रह पर किसी समय जीवन रहा होगा। विज्ञानियों ने कहा है कि उन्हें मंगल पर पूर्व में या मौजूदा समय में जीवन होने के ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। जैसे, बैक्टीरिया द्वारा निर्मित चट्टानों की श्रृंखला अथवा कार्बनिक अणुओं की विविध संरचनाएं।'
क्यूरियोसिटी से जुड़े मार्स केमेस्ट्री लैब में नमूनों का विश्लेषण करने वाली टीम के प्रधान विज्ञानी रहे पाल महाफी ने भी कहा था, 'मंगल पर हम उन चीजों की तलाश कर रहे हैं, जो काफी दिलचस्प हैं। हालांकि, वहां जीवन की संभावनाओं के संबंध में स्पष्ट रूप से कुछ बताने के लिए अभी और प्रमाणों की जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'हम यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि अगर मंगल पर जीवन नहीं है, तो आखिर इन कार्बन का निर्माण कैसे हुआ।' प्रोसीडिंग्स आफ द नेशनल एकेडमी आफ साइंस जर्नल में प्रकाशित एक लेख में विज्ञानियों ने कहा है कि मंगल ग्रह पर मिला कार्बन असामान्य है। साथ ही, विज्ञानियों ने चेताया है कि पृथ्वी और मंगल की तुलना नहीं की जा सकती, क्योंकि दोनों ग्रह बिल्कुल भिन्न हैं और उनकी परस्थितियां अलग-अलग हैं।-