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नासा ने कहा- बिना पकड़ में आए धरती तक पहुंच सकते हैं छुद्रग्रह

Rani Sahu
16 Jan 2022 2:47 PM GMT
नासा ने कहा- बिना पकड़ में आए धरती तक पहुंच सकते हैं छुद्रग्रह
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अंतरिक्ष में लाखों की संख्या में छुद्रग्रह ( Asteroids) घूम रहे हैं

अंतरिक्ष में लाखों की संख्या में छुद्रग्रह ( Asteroids) घूम रहे हैं। इनमें से कई हर दिन पृथ्वी के करीब से गुजरते हैं। हालांकि, काफी कम छुद्रग्रह ही ऐसे हैं, जो पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कुछ छुद्रग्रह ऐसे भी हैं, जो बिना नजर में आए पृथ्वी तक पहुंच सकते हैं। ऐसे छुद्रग्रहों से पृथ्वी को खतरा भी हो सकता है।

वैज्ञानिकों ने कहा कि जिस तरह से पृथ्वी घूमती है और सूर्य की परिक्रमा करती है, उससे रात में हमारी ओर आने वाली वस्तुएं कम्प्यूटरीकृत दूरबीनों के एक नेटवर्क से बचकर निकल सकती हैं। ऐसा ही एक 100 मीटर लंबा छुद्रग्रह चुपके से साल 2019 में पृथ्वी से करीब 43,000 मील की दूरी से गुजरा था। इस छुद्रग्रह के पृथ्वी के पास से गुजरने के मात्र 24 घंटे पहले देखा गया था।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, नासा ने ऐसे ही छुद्रग्रहों से निपटने के लिए DART मिशन को लॉन्च किया था। इसके जरिए नासा एक छुद्रग्रह से अंतरिक्ष यान की टक्कर करवाएगा। इस अंतरिक्ष यान को क्रैश करने के लिए ही प्रोग्राम किया गया है। डार्ट को डबल ऐस्टरॉइड रिडॉयरेक्शन टेस्ट के लिए बनाया गया है। नासा ने इस मिशन को पिछले साल 24 नवंबर को लॉन्च किया था।
क्या है DART मिशन
दरअसल, नासा यह परीक्षण करना चाहता है कि क्या धरती की तरफ आ रहे किसी खतरनाक ऐस्टरॉइड की दिशा में परिवर्तन किया जा सकता है। ऐसा करने के लिए नासा इस तरह का पहला टेस्ट करने जा रही है। हर दिन रेफ्रिजरेटर से लेकर कार तक के छोटे-बड़े कई ऐस्टरॉइड हमारी धरती की कक्षा में प्रवेश करते हैं। इनमें से अधिकतर वायुमंडल के घर्षण के कारण नष्ट हो जाते हैं। हालांकि, अंतरिक्ष में कई ऐसे ऐस्टरॉइड अब भी मौजूद हैं, जिनसे धरती को खतरा हो सकता है।
पृथ्वी से टकरा चुके हैं कई छुद्रग्रह
पृथ्वी पर मानव सभ्यता के जन्म से पहले कई ऐस्‍टरॉइड टकरा चुके हैं। हम जानते हैं कि उन्हीं में से एक Chicxulub ऐस्‍टरॉइड के कारण आज से 6 करोड़ 60 लाख साल पहले धरती से डायनासोर विलुप्त हुए थे। 150 किमी चौड़े इसी ऐस्‍टरॉइड के कारण मैक्सिको की खाड़ी के पास 10 किमी चौड़ा चिक्सुलब क्रेटर बना था। कई ऐस्‍टरॉइड ऐसे भी थे जिनके कारण पृथ्वी की सतह और वायुमंडल को उनका आज वाला स्वरूप मिला था।
ऐस्‍टरॉइड से धरती पर खत्म हो सकती है ऑक्सिजन
शोधकर्ताओं के मुताबिक, अगर धरती पर फिर से कोई बड़ा ऐस्‍टरॉइड टकराता है तो इससे न केवल भारी तबाही होगी, बल्कि वातावरण में ऑक्सिजन की मात्रा भी घट जाएगी। ऐसे में मानव जीवन के अस्तित्व पर खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले 100 साल में धरती को किसी बड़े ऐस्‍टरॉइड से कोई खतरा नहीं है।
100 साल तक के ऐस्‍टरॉइड पर नासा की नजर
अगर किसी तेज रफ्तार स्पेस ऑब्जेक्ट के धरती से 46.5 लाख मील से करीब आने की संभावना होती है तो उसे स्पेस ऑर्गनाइजेशन्स खतरनाक मानते हैं। NASA का Sentry सिस्टम ऐसे खतरों पर पहले से ही नजर रखता है। इसमें आने वाले 100 सालों के लिए फिलहाल 22 ऐसे ऐस्टरॉइड्स हैं जिनके पृथ्वी से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है।
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