जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने विलय करने वाली आकाशगंगाओं (Galaxies) की एक जोड़ी की तस्वीर खींची है, जिसे II ZW 96 के रूप में भी जाना जाता है। आकाशगंगा विलय (Merging Galaxies) आकाशीय भूमध्य रेखा के करीब डेल्फिनस के तारामंडल में करीब 500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। इस आकाशगंगा विलय के विलय के बाद दोनों के आकार में बदलाव आया है। दोनों आकाशगंगा विलय के बाद आपस में गुरुत्व के प्रभाव में मुड़ गई हैं।
सूर्य की तुलना में लगभग 100 बिलियन गुना अधिक चमकीली
मालूम हो कि इस प्रकार स्टार बनाने वाले क्षेत्रों के कारण II ZW 96 का पहला लक्ष्य था। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा इसके आस- पास के चमकदार इन्फ्रारेड आकाशगंगाओं के विकास की जांच के लिए तस्वीर को कैप्चर किया गया था, जो वेब के संवेदनशील उपकरणों द्वारा अध्ययन के लिए पूरी तरह से अनुकूल है। मालूम हो कि
इन्फ्रारेड आवृत्तियों (Infrared Frequencies) में ये आकाशगंगाएं सूर्य की तुलना में लगभग 100 बिलियन गुना अधिक चमकीली हैं।
वैज्ञानिकों के लिए पहले से ही था लक्ष्य
मालूम हो कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को विज्ञान संचालन के लिए जब लगाया गया था, तभी से यह लक्ष्य खगोलविदों द्वारा तैयार किए गए जटिल गांगेय पारिस्थितिक तंत्रों की एक सूची का हिस्सा था भू आधारित वेधशालाओं के साथ-साथ हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) ने पहले ही इन लक्ष्यों का प्रारंभिक निरीक्षण कर लिया है।
कई रंगों में दिखाई देती है आकाशगंगा
नासा के मुताबिक, आकाशगंगाएं कई रंगों में दिखाई देती हैं। इस प्रकार के जोड़ी इन्फ्रारेड तरंग दैर्ध्य में विशेष रूप से चमकीली होती है, जो कि हो रही स्टार गठन की प्रक्रिया के कारण होती है। नासा ने बताया कि इन आकाशगंगाओं की चमक सूर्य से 100 अरब गुना अधिक है। एजेंसी के मुताबिक, इस जोड़ी को खगोलविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने वेब के टेस्ट रन के तौर पर चुना था। जबकि II ZW 96 को पहले ही हबल स्पेस टेलीस्कोप और अन्य ग्राउंड-आधारित वेधशालाओं का उपयोग करते हुए देखा जा चुका है, वैज्ञानिकों का मानना है कि वेब जटिल गांगेय वातावरण के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करेगा।