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अंतरिक्ष यात्री बनने का मौका दे रहा है NASA, ये है चयन की प्रक्रिया

Gulabi
14 Feb 2022 12:03 PM GMT
अंतरिक्ष यात्री बनने का मौका दे रहा है NASA, ये है चयन की प्रक्रिया
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ये होगा चयनित लोगों का काम
आपने जब भी अंतरिक्ष या अंतरिक्ष यात्रियों (Astronauts) से जुड़ी फिल्में देखी होंगी तो आपका भी मन किया होगा कि आप स्पेस में जाएं. आपको भी लगा होगा कि आप किसी दूसरे ग्रह (How to become astronaut?) की खोज में निकलें और स्पेस के रहस्य के बारे में जानें. यूं तो ये कई लोगों के लिए सिर्फ सपना ही रह जाता है मगर अमेरिका की स्पेस ऑर्गनाइजेशन नासा (NASA job application) इस सपने को हकीकत बनाने का काम कर रही है.
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार नासा ने हाल ही में अपनी वेबसाइट पर अंतरिक्ष यात्रियों (Job of Astronaut) के लिए नौकरी निकाली है. यानी अब स्पेस में जाने का कई लोगों का सपना सच हो सकता है. पर ये इतना भी आसान नहीं है. नासा ने नौकरी के साथ-साथ ये भी बताया है कि नौकरी (How to apply for NASA?) के लिए किस तरह के लोगों की जरूरत है, और क्या खूबियां उनमें होनी चाहिए.
ये होगा चयनित लोगों का काम
नौकरी की जरूरतों के हिसाब से नासा के इस एस्ट्रनॉट का प्रमुख काम स्पेस में जाकर रिसर्च करना और धरती के चारों ओर घूम रही एक अंतरिक्ष प्रयोगशाला में एक्सपेरिमेंट्स को अंजाम देना है. वहां जाकर वो अलग-अलग फील्ड से जुड़ी चीजों पर रिसर्च करेंगे जिनमें प्रमुख रूप से स्पेस, कैंसर और इंसानी शरीर पर शोध शामिल हैं. अब जब हमने आपको बता दिया है कि इस नौकरी में का क्या करना होगा, तो चलिए आपको बताते हैं कि नौकरी के लिए क्या आवश्यकताएं हैं.
ये है चयन की प्रक्रिया
सबसे पहली और सबसे जरूरी आवश्यकता के बारे में सुनकर वो भारतीय निराश हो सकते हैं जिनका अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना है. रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ एक अमेरिकी नागरिक ही इस नौकरी के लिए अप्लाई कर सकता है. इसके बाद कैंडिडेट के वजन से जुड़ी भी आवश्यकता बताई गई है. इंसान का वजन 50 से 95 किलो तक ही होना चाहिए. जबकि उसका कद 149.5 सेंटीमीटर (4.9 फीट) से लेकर 190.5 सेंटीमीटर (6.2 फीट) होनी चाहिए. इसके अलावा कैंडिडेट के पास स्टेम फील्ड में इंजिनियरिंग, बायोलॉजिकल साइंस, फिजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस और मैथ्स विषय में मास्टर्स डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा कैंडिडेट के पास जेट एयरक्राफ्ट में पायलट होने का 2 साल का और 1000 घंटे की उड़ान का अनुभव होना चाहिए. इसके अलावा कैंडिडेट को अच्छा लीडर, अच्छा वक्ता भी होना आवश्यक है.
इसके बाद कैंडिडेट को नासा लॉन्ग ड्यूरेशन फ्लाइट से जुड़ा एक टेस्ट देना पड़ता है. अगर ये टेस्ट भी क्वालिफाई कर लिया गया तो एप्लिकेशन नासा एस्ट्रोनॉट सेलेक्शन बोर्ड के पास भेज दी जाती है. हजारों एप्लिकेशन में से सिर्फ कुछ ही सेलेक्ट होती हैं. फिर नासा का बोर्ड टेक्सस में नासा के ऑफिस में इंटरव्यू के लिए बुलाता है. फिर एक दूसरा इंटरव्यू भी होता है और अगर इन तमाम प्रोसेस को पार कर लिया तब सेलेक्ट किए हुए लोगों को 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें एस्ट्रनॉट बनने के हुनर सिखाए जाते हैं. इस ट्रेनिंग के बाद ही उन्हें स्पेस में भेजा जाता है.
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