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रहस्यमय: सबकुछ निगल लेता है Black Hole, आज के दिन ही जारी हुई थी पहली तस्वीर

Gulabi
10 April 2021 1:43 PM GMT
रहस्यमय: सबकुछ निगल लेता है Black Hole, आज के दिन ही जारी हुई थी पहली तस्वीर
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सदियों से वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं के लिए रहस्य बने ब्लैक होल (Black Hole Image) की पहली तस्वीर आज के दिन ही जारी हुई थी.

Black Hole First Image: सदियों से वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं के लिए रहस्य बने ब्लैक होल (Black Hole Image) की पहली तस्वीर आज के दिन ही जारी हुई थी. यूनिवर्स में मौजूद ब्लैक होल धरती से 30 लाख गुना बड़ा है. जितना बड़ा इसका आकार है, ये उतना ही खतरनाक भी है. ब्लैक होल कई सितारों की संयुक्त रोशनी से भी कहीं ज्यादा चमकता है. तस्वीर जारी होने से पहले इसे केवल इलस्ट्रेशन के जरिए ही देखा जाता था. ये सुपरहीटेड गैस से बनी रोशनी को अपने भीतर खींच लेता है. ये तस्वीर 5.5 करोड़ लाइट ईयर दूर एम8 गैलेक्सी में स्थित ब्लैक होल (Black Hole Distance From Earth) की बताई गई थी.


ब्लैक होल की पहली तस्वीर आज के दिन यानी 10 अप्रैल साल 2019 में जारी की गई थी. बेशक इसका आकार पृथ्वी से काफी बड़ा है, लेकिन इसकी तस्वीर लेना लगभग नामुमकिन था. लेकिन जब इवेंट हॉरिजोन टेलीस्कोप (Event Horizon Telescope) प्रोजेक्ट के वैज्ञानिकों ने इस तस्वीर को लिए जाने की घोषणा की तो इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया गया. उस दौरान बताया गया कि ये ब्लैक होल एम8 गैलेक्सी के केंद्र में स्थित है. ब्लैक होल अपने आसपास मौजूद सभी चीजों को निगल लेता है. जैसे रोशनी, सितारे. लेकिन इन्हें वो रेडिएशन के फॉर्म में उगलता भी है. तभी इसके आसपास रोशनी दिखाई देती है.


कैसे ली गई तस्वीर?
अब सवाल ये उठता है कि जब ब्लैक होल अपने आसपास मौजूद हर चीज को निगल लेता है, तो फिर ये तस्वीर कैसे ली गई? तो इस काम के लिए दुनियभार की आठ ऑब्जरवेटरी आईएस को मिलाया गया (Black Hole At the Centre of Milky Way). जिससे एक बड़ा वर्चुएल 'इवेंट हॉरिजोन टेलीस्कोप' बना. आसान भाषा में कहें तो ईएचटी यानी ढेर सारे टेलीस्कोप के समूह ने ब्लैक होल की तस्वीर ली है. ब्लैक होल को खोजकर तस्वीर तो ले ली गई, जिसमें पांच दिन का समय लगा. लेकिन इसका विश्लेषण करने में ही दो साल लग गए. हालांकि दुनियाभर में इसपर खूब चर्चा हुई और इसे एक बड़ी सफलता बताया गया (Black Hole Kaisa Dikhta Hai).

क्या होता है ब्लैक होल?
हम इतना तो जान गए हैं कि ब्लैक होल रोशनी तक निगल लेता है और इसकी तस्वीर काफी कोशिशों और तैयारी के बाद ली गई थी. तो अब जान लेते हैं कि आखिर ब्लैक होल क्या होता है? ब्लैक होल को हम एक खत्म होता सितारा भी कह सकते हैं, जो अपने ही वजन से अंदर की ओर धंसता जा रहा है (Black Hole Kaisa Dikhta Hai). इसके केंद्र में ग्रैविटी इतनी ज्यादा है कि रोशनी तक इसकी ओर खिंची चली आती है. इसी वजह से ये काले रंग का दिखाई देता है. हम इसे एक बड़ा वैक्यूम भी कह सकते हैं. क्योंकि जो भी चीज इसके करीब आती है, वो इसी में समा भी जाती है.

इतने समय बाद क्यों ली गई तस्वीर?
ब्लैक होल पर बात को काफी समय से हो रही है, तो फिर इसकी तस्वीर इतनी देरी से क्यों ली गई? तो इस सवाल का जवाब ये है कि सबकुछ निगलने वाला ब्लैक होल तकनीकी रूप से अदृश्य है. ऐसे में टेलीस्कोप इसकी रेडिएशन की तस्वीर ही ले पाते थे. कोई नहीं बता सकता है कि ब्लैक होल ने अपने अंदर क्या कुछ निगला है (Black Hole Real Image). कहा ये भी जाता है कि ब्लैक होल से चीजें वापस भी आ सकती हैं, कई बार वो किसी दूसरे यूनिवर्स में चली जाती हैं. हालांकि इसे लेकर अभी तक स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा गया है.


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