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म्यामांर सैन्य तख्तापलट: विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों को जुंटा शासन ने किया रिहा

Neha Dani
24 March 2021 11:33 AM GMT
म्यामांर सैन्य तख्तापलट: विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों को जुंटा शासन ने किया रिहा
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नामक बच्ची की बहन आऐ चान सान ने बताया कि उसके पेट में गोली मारी गई थी।

मार के सैन्य शासन ने प्रदर्शनों को शांत कराने के लिए नरमी का पहला संकेत देते हुए बुधवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया, जिन्हें पिछले महीने हुए सैन्य तख्तापलट का विरोध करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यंगून की इनसिन जेल के बाहर रिहा किए गए प्रदर्शनकारियों से भरी बसों को देखा गया, जिनमें अधिकतर युवा थे और वे काफी खुश दिख रहे थे। प्रदर्शनकारियों में से कुछ ने तीन उंगलियां दिखाते हुए इस समय भी प्रतीकात्मक विरोध किया, जो सैन्य शासन के खिलाफ विरोध का प्रतीक बन गया है।

म्यांमार के एक सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, 628 लोगों को रिहा किया गया है। उल्लेखनीय है कि एक फरवरी को आंग सान सू ची की चुनी हुई सरकार का तख्तापलट होने के बाद मार्च के शुरुआत में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें सैकड़ों विद्यार्थी हैं। अधिकारियों की नजर में आने से बचने के लिए एक महिला वकील ने पहचान गोपनीय रखते हुए बताया कि जिन लोगों को रिहा किया गया है, उन्हें तीन मार्च को गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि अब प्रदर्शनों की वजह से गिरफ्तार केवल 55 लोग जेल में हैं और संभवत: उनके खिलाफ दंड संहिता की धारा 505(ए) के तहत आरोप लगाए जाएंगे जिसमें तीन साल तक कैद का प्रावधान है।
म्यांमार असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स (एमएएपीपी) ने तख्तापलट के बाद कार्रवाई में 275 लोगों के अबतक मारे जाने की पुष्टि की है।एमएएपीपी ने मंगलवार को बताया कि उसने 2,812 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है जिनमें से 2,418 अब भी हिरासत में हैं या जिनपर अभियोग लगाया गया है।
इस बीच बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने नयी रणनीति अपनाई और उन्होंने शांतिपूर्ण हड़ताल के तहत लोगों से अपने घरों में ही रहने और कारोबारी प्रतिष्ठानों को दिन में बंद रखने की अपील की।
हड़ताल के असर का आकलन करना मुश्किल है, लेकिन सोशल मीडिया पर यूजर्स द्वारा विभिन्न शहरों एवं कस्बों की जारी तस्वीर में सड़के खाली दिख रही हैं।स्थानीय मीडिया ने बताया कि मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान मांडले में सात साल की बच्ची की मौत हो गई। एमएएपीपी ने जुंटा शासन के विरोध के दौरान मारे गए लोगों की सूची में इस बच्ची का नाम शामिल किया है। खिन म्ये चित नामक बच्ची की बहन आऐ चान सान ने बताया कि उसके पेट में गोली मारी गई थी।


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