विश्व

म्यांमार: सेना ने दी थी जान से मारने की धमकी, फिर भी विरोध में जुटे हजारों प्रदर्शनकारी

Gulabi
22 Feb 2021 11:21 AM GMT
म्यांमार: सेना ने दी थी जान से मारने की धमकी, फिर भी विरोध में जुटे हजारों प्रदर्शनकारी
x
सेना ने टीवी पर दी धमकी

म्यांमार (Myanmar) में प्रदर्शनकारियों के हड़ताल के आह्वान के खिलाफ जुंटा (Junta) की कार्रवाई की धमकी के बावजूद हजारों लोग यांगून (Yangon) में अमेरिकी दूतावास (US Embassy) के पास इकट्ठा हो गए. म्यांमार में सेना ने एक फरवरी को तख्तापलट (Myanmar Coup) करते हुए आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) समेत कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया था. तख्तापलट के खिलाफ कई शहरों में लोग विभिन्न प्रतिबंधों के बावजूद प्रदर्शन (Protest) कर रहे हैं.


कई सड़कों के बंद होने के बावजूद हजारों प्रदर्शनकारी यांगून में अमेरिकी दूतावास के पास इकट्ठा हो गए. साथ ही सेना के 20 ट्रक और दंगा रोकने वाली पुलिस भी वहां पहुंच गई है. इन प्रदर्शनों की अगुवाई करने वाले 'सिविल डिसोबीडीअन्स मूवमेंट' ने लोगों से सोमवार को हड़ताल करने का आह्वान किया है.


सेना ने टीवी पर दी धमकी
वहीं, सरकारी प्रसारक 'एमआरटीवी' पर जुंटा ने रविवार देर रात हड़ताल के खिलाफ कार्रवाई करने की आधिकारिक घोषणा की थी. 'स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन काउंसिल' ने कहा था कि ऐसा पाया गया है कि प्रदर्शनकारियों ने 22 फरवरी को दंगा करने और अराजकता फैलाने के लिए भीड़ को भड़काया है.

प्रदर्शनकारी अब लोगों को भड़का रहे हैं, खासकर युवकों को. टकराव के इस रास्ते पर जान को खतरा हो सकता है. इससे पहले हुए प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुए सेना ने प्रदर्शनकारियों में आपराधिक गिरोह के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस वजह से ही 'सुरक्षा बलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी'. बता दें कि प्रदर्शन में अभी तक तीन लोगों की मौत हुई है.

प्रदर्शन पर गोलीबारी में जान गंवा रहे लोग
देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई गोलीबारी में दो लोगों की मौत के एक दिन बाद रविवार को म्यांमार के कई शहरों में प्रदर्शनकारी फिर इकट्ठा हुए. वहीं म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ पिछले सप्ताह प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी से घायल युवती की शुक्रवार को मौत हो गई थी. युवती के भाई ने इस बारे में बताया था.

राजधानी नेपीतॉ में नौ फरवरी को प्रदर्शन के दौरान म्या थ्वेत थ्वेत खिने को सिर में गोली लगी थी. उसे अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था. तब डॉक्टरों ने कहा था कि उसके बचने की उम्मीद बहुत कम है. विरोध प्रदर्शन से जुड़े वीडियो के अनुसार पानी की बौछारों से बचने के दौरान गोली लगने से मोटरसाइकिल पर सवार वह जमीन पर गिर गई थी.


Next Story