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पाकिस्तान। कहानी है पाकिस्तान की उस महिला की जिसके पति ने उसे बेरहमी से मार डाला. फिर उसकी लाश को कड़ाही में उबाल दिया. दरअसल, कराची के पास गुलशन-ए-इकबाल नामक इलाका है. यहां आशिक हुसैन नामक शख्स बीवी नरगिस और 6 बच्चों के साथ रहता था. ये सभी एक वीरान स्कूल में रहते थे. दरअसल, ये स्कूल काफी वीरान जगह में था इसलिए इसे जल्द ही बंद कर दिया गया. लेकिन इसके मालिक ने आशिक हुसैन को इसकी चौकीदारी करने के लिए रखा था. इसलिए परिवार के साथ वह यहीं रहने लगा.
13 अप्रैल 2022 की अल सुबह 3 बजे घर के सभी बच्चे आराम से सोच रहे थे. तभी आशिक की बड़ी बेटी की अचानक से नींद खुली. दरअसल, उसने किसी के चीखने की आवाज सुनी थी. इसी से उसकी नींद टूट गई और वह उठ गई. वह उस कमरे की ओर जाने लगी जहां से उसे चीखने की आवाज आ रही थी. वह कमरा था उसके पिता आशिक और मां नरगिस का.
उसके माता-पिता किसी बात को लेकर आपस में लड़ रहे थे. तभी अचानक से उसकी मां की आवाज दबी हुई सी आने लगी. बेटी घबराकर दीवार के पास बने एक छेद से अंदर देखने लगी तो उसके होश उड़ गए. उसने देखा कि उसकी मां जमीन पर पड़ी हुई है और उसके पिता ने उसकी मां का चेहरा तकिए से दबा रखा है. उसकी मां खुद को बचाने के लिए चीख रही थी. लेकिन उस वीरान स्कूल के आस-पास कोई भी ऐसा शख्स नहीं था जो उसकी मां की चीख सुन सके. तभी उसकी मां की चीख बंद हो गई. दरअसल, आशिक ने उसे मार डाला था. यह दृश्य देखकर आशिक की बेटी डर गई. लेकिन उसे कहां पता था कि उसकी मां की लाश के साथ क्या कुछ होने वाला था. वह डर के मारे वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी. 3 घंटे बाद उसे होश आया तो उसे दोबारा से वह दृश्य आंखों के सामने दिखने लगा. लेकिन उसे तब लगा कि शायद उसने कोई सपना देखा होगा. लेकिन कुछ ही सेकंड के बाद वह समझ गई कि यह कोई सपना नहीं है. उसके पिता ने उसकी ही आंखों के सामने उसकी मां को मार डाला था. तभी वह वहां बेहोश होकर गिर पड़ी थी.
वह दौड़कर उस कमरे में गई जहां उसके भाई-बहन सो रहे थे. उसने सभी को बताया कि पिता ने उनकी मां को मार डाला है. सभी बच्चे फौरन वहां से निकलकर बाहर आ गए. तभी उनकी नजर स्कूल के सामने बनी कैंटीन पर पड़ी. बड़ी बेटी ने बाकी बच्चों को वहीं रहने के लिए कहा और खुद उस कैंटीन की तरफ देखने गई. उसे लग रहा था जैसे वहां अंदर कुछ को हो रहा है. जैसे ही उसने अंदर झांककर देखा तो उसके होश उड़ गए. उसने देखा कि बड़ी सी भट्ठी जल रही है. उस पर एक कड़ाही रखी हुई है जिसमें कुछ पक रहा था. उसी के पास में उसके पिता खड़े हैं जो कि खून से लथपथ हालत में हैं. तभी उसकी नजर पिता के पास रखी एक कटी हुई इंसानी टांग पर पड़ी. वह कुछ भी बोल नहीं पाई. तभी उसके पिता ने उसे देख लिया. यह सब देखते ही लड़की वहां से भाग खड़ी हुई. अब सुबह भी हो गई थी. तो जैसे ही लड़की को कुछ लोग दिखाई दिए, उसने पूरी बात उन्हें बताई. उन लोगों ने तुरंत पुलिस को फोन किया. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. उनके भी उस मंजर को देखते ही होश उड़ गए.
उन्होंने पाया कि आशिक तीन बच्चों को लेकर वहां से फरार हो चुका है. लेकिन उस भट्ठी में आग अब भी जल रही थी. आग को तुरंत बुझाया गया. कड़ाही को खोला तो देखा कि उसमें नरगिस की लाश को पकाया जा रहा था. दरअसल, नरगिस की लाश कड़ाही में फिट नहीं आ रही थी. इसलिए आशिक ने उसके पैरों को काटकर वहीं फेंक दिया था. जबकि, बाकी शरीर को कढ़ाई में डालकर पकाने लगा था.
पुलिस ने जैसे ही नरगिस का हाथ पकड़कर उसे निकालना चाहा तो वह अलग हो गया. क्योंकि उसका शरीर पूरी तरह गल चुका था. पुलिस ने जैसे-तैसे लाश को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. फिर पुलिस ने जब नरगिस के भाई और बेटी से पूछताछ की तो बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई. दोनों ने बताया कि आशिक रोज शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था. दरअसल, आशिक के पास पैसों की तंगी थी. इसलिए वह पत्नी नरगिस को वैश्यावृत्ति के धंधे में धकेलना चाहता था. ताकि उससे जो पैसा मिले उनसे वह ऐश कर सके. वह रोज अपने दोस्तों को घर लाता और नरगिस को उनके साथ रात बिताने को कहता. लेकिन नरगिस इसका विरोध करती थी. उसने कभी अपनी इज्जत के साथ किसी को खेलने नहीं दिया. नरगिस हमेशा कहती थी कि वह मर जाएगी लेकिन अपनी इज्जत का सौदा नहीं होने देगी. हुआ भी यहीं. नरगिस को आखिरकार उसके पति ने बेरहमी से मार ही डाला. एसएचओ सलीम ने मामले को लेकर बताया कि आज से पहले उन्होंने अपने कार्यकाल में इससे भयानक केस न कभी देखा और न सुना.