वरिष्ठ अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने भारत में अमेरिका के राजदूत की लंबित नियुक्ति पर चिंता जताई है। करीब दो वर्ष से लंबित इस मामले पर खन्ना ने कहा, अब सीनेट में इसके अनुमोदन का समय आ गया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि चीन की आक्रामकता का सामना करने के लिए भारत से रक्षा और रणनीतिक भागीदारी मजबूत करना अमेरिका की जरूरत है।
बता दें, 1947 के बाद से यह सबसे लंबी अवधि है, जब दिल्ली में अमेरिकी दूतावास बिना किसी दूत के है। अमेरिकी मध्यावधि चुनाव में प्रतिनिधि सभा के लिए फिर से निर्वाचित होने वाले भारतवंशी रो खन्ना ने ट्वीट किया, भारत से मजबूत संबंध अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद अहम हैं।
जुलाई, 2021 में राष्ट्रपति बाइडन ने लास एंजिलिस के मेयर इरिक गार्सेटी को भारत में राजदूत के लिए नामित किया था। लेकिन इरिक की एक सीनियर स्टाफर द्वारा उन लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप के कारण डेमोक्रेटिक पार्टी को सीनेट में पर्याप्त समर्थन नहीं मिल पा रहा।
इस मामले पर वाशिंगटन पोस्ट में खन्ना के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रोनक देसाई ने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा सार्वजनिक सेवा के लिए नामित 124 लोगों की नियुक्ति की पुष्टि अभी होना बाकी है। इसका कारण सियासी पार्टियों में मतभेद हैं।