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सांसद फजल हुसैन ने भारत को बताया अहम पड़ोसी, कहा-भारत ने हमारे मुक्ति संग्राम में दिया था सबसे बड़ा योगदान

Subhi
21 Feb 2022 12:52 AM GMT
सांसद फजल हुसैन ने भारत को बताया अहम पड़ोसी, कहा-भारत ने हमारे मुक्ति संग्राम में दिया था सबसे बड़ा योगदान
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बांग्लादेश के सांसद फजल हुसैन बादशा ने भारत को एक अहम पड़ोसी बताया है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमारे मुक्ति संग्राम में सबसे बड़ा योगदान दिया था। भारत के समर्थन के बिना बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम सफल नहीं हो सकता था।

बांग्लादेश के सांसद फजल हुसैन बादशा ने भारत को एक अहम पड़ोसी बताया है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमारे मुक्ति संग्राम में सबसे बड़ा योगदान दिया था। भारत के समर्थन के बिना बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम सफल नहीं हो सकता था। इस मुक्ति संग्राम में भारत सरकार ने हमारे सभी लोगों को भोजन और आश्रय प्रदान किया था। बांग्लादेश के सांसद फजल हुसैन बादशा ने कहा कि भारत हमारे देश का सबसे बड़ा पड़ोसी मुल्क है।

सांसद फजल हुसैन बादशा ने कहा कि हम हमेशा भारत और बंग्लादेश के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक समेत हर नजरिए से भारत के साथ घनिष्ठ संबंध चाहते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर हमें भारत के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए। उन्होंने भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हम भारत के संविधान से प्रभावित हैं जो सभी धर्मों और सभी प्रकार के लोगों को समायोजित करता है। वही हमेशा से हमारा लक्ष्य रहा है।

बता दें कि फजल हुसैन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दोनों देशों के बीच लंबे समय से लटके फेनी नदी के पानी को लेकर सहमति बनी है। शनिवार को दोनों देशों के उच्चाधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया था। इसके बारे में दक्षिण त्रिपुरा के डीएम साजू वहीद ने शनिवार को बताया था कि दोनों देशों के उच्चाधिकारियों ने नदी के किनारे के कुछ हिस्सों में कटाव को रोकने का संकल्प लिया है।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और दक्षिण त्रिपुरा के डीएम साजू वहीद ने नदी तट पर स्वीकृत परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त यात्रा हर तरह से सफल रही क्योंकि अगले दो से तीन सप्ताह के भीतर योजनाओं पर काम शुरू होने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा यह एक बड़ी सफलता है। पिछले 12 वर्षों से इन परियोजनाओं में कोई विकास नहीं हुआ था जबकि दोनों देशों ने बहुत पहले ही जल संबंधों को लेकर मंजूरी दे दी थी। अप्रत्याशित कारणों से भूमि की पहचान, क्षेत्र का निरीक्षण और अन्य निर्माण कार्यों में देरी हो रही थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो से तीन सप्ताह में चयनित स्थानों पर कार्य प्रारंभ हो जाएगा।


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