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5 लाख से ज्यादा यूक्रेनियों ने ली यूरोप में शरण, सीमाओं पर शरणार्थियों से भरी बस और कारों की लंबी कतारें

Subhi
1 March 2022 12:54 AM GMT
5 लाख से ज्यादा यूक्रेनियों ने ली यूरोप में शरण, सीमाओं पर शरणार्थियों से भरी बस और कारों की लंबी कतारें
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रूसी हमले के बाद अब तक पांच लाख से ज्यादा यूक्रेनी यूरोप के अलग-अलग सीमावर्ती देशों में शरण ले चुके है, जहां उनका खुले दिल से स्वागत किया जा रहा है।

सोमवार को भी पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, रोमानिया जैसे देशों की सीमाओं पर शरणार्थियों से भरी बस और कारों की लंबी कतारें लगी रहीं तो सैंकड़ों की तादाद में लोग पैदल चलकर ही वहां पहुंच गए।

इस बीच, यूरोपीय संघ (ईयू) ने मुल्क छोड़कर आ रहे यूक्रेनियों का जीवन आसान बनाने के लिए एक बड़ा एलान किया। संघ ने कहा कि वह इन शरणार्थियों को अपने 27 देशों में तीन साल तक के लिए आवास और रोजगार का अधिकार देने वाला है।

एक फ्रांसीसी अधिकारी के मुताबिक, ईयू इस संबंध में मसौदा तैयार कर रहा है, जिसे जल्द ही मंजूरी दी जाएगी। इसे सहमति देने के लिए बृहस्पतिवार को संघ के मंत्री बैठक भी करने जा रहे हैं। फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने कहा, जंग से बचकर आ रहे लोगों को यूरोप में प्रवेश देना हमारा कर्तव्य है। ईयू गृह मामलात आयुक्त यल्वा जोहानसन के मुताबिक, ईयू के अधिकांश मंत्रियों ने इस कदम का समर्थन किया है।

बता दें, शरणार्थियों की सुरक्षा, रोजगार और सामाजिक कल्याण व मेडिकल सहायता के लिए ईयू ने 1990 के दशक में बाल्कन युद्ध के बाद अस्थायी सुरक्षा निर्देश बनाए थे लेकिन यह अब तक कभी इस्तेमाल नहीं हुए।

पोलैंड में तीन लाख यूक्रेनी : संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक, यूक्रेन के लाखों लोगों ने पोलैंड, मॉल्डोवा, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया जैसे देशों में पहुंचे हैं तो कुछ ने बेलारूस का रुख भी किया है। पोलैंड में अब तक 2.81 लाख, हंगरी में 84,500, मॉल्डोवा में 36,400 और रोमानिया व स्लोवाकिया में 30 हजार से ज्यादा शरणार्थी पहुंच चुके हैं।

बेलारूस : विरोध-प्रदर्शन पर 800 से ज्यादा गिरफ्तार

यूक्रेन पर रूस के हमले के विरोध में प्रदर्शन करने पर बेलारूस में 800 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ बेलारूस में कम से कम 12 शहरों में प्रदर्शन हुए। देश की राजधानी मिन्स्क में प्रदर्शनकारियों ने यूक्रेनी झंडे के साथ मार्च किया। बेलारूस सरकार रूस के समर्थन में है।

जर्मनी : रूसी हमले के विरोध में करीब एक लाख लोगों ने प्रदर्शन किया। मध्य बर्लिन में ब्रैंडनबर्ग गेट के आसपास भारी संख्या में एकत्र लोगों के हाथों में तख्तियों पर लिखा था- 'यूक्रेन छोड़ो', 'पुतिन जाओ-इलाज कराओ और यूक्रेन एवं दुनिया को शांत रहने दो'।

ब्रिटेन व यूरोप के कई देशों में भी लोग सड़कों पर उतरे। फ्रांस, हंगरी, जॉर्जिया, स्पेन और अमेरिका में व्हाइट हाउस के सामने रूसी दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन हुए।

यूक्रेन की टैंक रोधी और हवाई क्षमता मजबूत करने पर जोर

रूस के खिलाफ यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई मजबूत करने के लिए अमेरिका, यूरोप समेत कई अन्य सहयोगी देश उसे भारी सैन्य साजो-सामान मुहैया करा रहे हैं। इस कड़ी में सोमवार को नाटो ने कहा कि वह यूक्रेन की हवाई क्षमता बढ़ाने जा रहा है। इसके लिए एयर डिफेंस मिसाइल और एंटी टैंक हथियार दिए जा रहे हैं।

नाटो प्रमुख जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने ट्वीट कर कहा, उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की और यूक्रेनी सेना व लोगों की बहादुरी की सराहना की। मैंने बताया कि नाटो देश यूक्रेन को एयर डिफेंस मिसाइल और एंटी टैंक हथियार की मदद बढ़ा रहे हैं।

स्लोवाकिया देगा 50 लाख डॉलर का सैन्य सामान

स्लोवाकिया संकटग्रस्त देश को 50 लाख डॉलर के एयर डिफेंस सिस्टम और एंटी टैंक मिसाइलें देने जा रहा है। रविवार को स्लोवाक कैबिनेट ने आपात बैठक बुलाकर इस पर सहमति जता दी। रक्षा मंत्री जारोस्लाव नाद ने यह जानकारी दी।

ऑस्ट्रेलिया से मिलेंगे घातक हथियार

ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भी सोमवार को एलान किया कि वह रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन की मदद करने के लिए घातक सैन्य हथियार मुहैया कराएगा।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन की मदद के लिए नाटो की न्यास निधि में 30 लाख डॉलर का योगदान देने, गैर-घातक सैन्य उपकरण देने और चिकित्सकीय आपूर्ति करने की घोषणा की थी।

ब्रिटेन ने की यूक्रेनियों को वीजा की पेशकश

ब्रिटेन ने यूक्रेन के शरणार्थियों को अपना वीजा देने की पेशकश की है। पीएम बोरिस जॉनसन ने एलान किया है कि रूसी आक्रमण के बाद देश छोड़ रहे यूक्रेनवासी ब्रिटेन भी आ सकते हैं। हालांकि, अभी उन्हें ही अनुमति दी जाएगी, जिनके परिवार के सदस्य पहले से ही यहां बसे हुए हैं। जॉनसन ने कहा कि उनका देश जरूरत की इस घड़ी में यूक्रेन को पीठ नहीं दिखाएगा।

जॉनसन ने कहा, पिछले कुछ दिनों में दुनिया यूक्रेन के लोगों की बहादुरी और वीरता को देखा है, जो बलपूर्वक अपनी आजादी पर हमला करने वाले रूस को जवाब दे रहे। पीएम ने बताया, शरणार्थियों की बुनियादी जरूरतों की आपूर्ति, दवाओं, सीरिंज, ड्रेसिंग जैसी अन्य चिकित्सा आपूर्ति के लिए ब्रिटेन चार करोड़ पाउंड की सहायता देगा।

भारतीय छात्र भी हंगरी सीमा पर पहुंचे

हंगरी के सीमावर्ती गांव बेरेगसुरनी में बने शरणार्थी केंद्र पर भारत, नाइजीरिया और अन्य अफ्रीकी देशों के मेडिकल छात्र भी पहुंच रहे हैं। भारत के 22 वर्षीय मसरूर अहमद ने बताया कि वह 18 अन्य छात्रों के साथ बुडापेस्ट जाने के लिए आए हैं।

बुल्गारियाः हमले को युद्ध न कहने वाले रक्षा मंत्री होंगे बर्खास्त

रूस के हमले को युद्ध के बजाय ऑपरेशन करार देने वाले बुल्गारियाई रक्षामंत्री बर्खास्त किए जाएंगे। सोमवार को पीएम किरिल पेत्कोव ने कहा, जब हजारों फौजी मारे जा रहे हों, तो फिर मौन नहीं रहा जा सकता और सिर झुकाना हमारे हित में नहीं है। उनके किसी भी मंत्री को निजी विदेश नीति चलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

40 लाख पलायन संभव

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के उच्चायुक्त फिलिप्पो ग्रैंडी ने कहा कि रूसी घुसपैठ के बाद चार दिनों में पांच लाख लोग यूक्रेन से जाने को मजबूर हुए हैं। रविवार को 45,200 लोग पोलैंड पहुंचे। 40 लाख यूक्रेनी पलायन कर सकते हैं।

फेसबुक-ट्विटर ने बंद किए कई अकाउंट

फेसबुक की मलिकाना कंपनी मेटा ने सोमवार को खुलासा किया कि युद्ध के दौरान यूक्रेन के प्रमुख नागरिकों के अकाउंट हैक करने की कोशिश हुई। पिछले 48 घंटे में उसने 40 अकाउंट, पेज व ग्रुप ब्लॉक किए जिनसे यूक्रेन पर अफवाहें भी फैलाई जा रही थीं। वहीं ट्विटर ने रूस से चलाए जा रहे 12 से अधिक अकाउंट व कई लिंक ब्लॉक करने की जानकारी दी। इनका लक्ष्य दुष्प्रचार कर यूक्रेन के लोगाें को प्रभावित करना था। यूक्रेन के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने बताया कि बेलारूस के हैकर्स यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों के निजी ई-मेल हैक करने का प्रयास कर रहे थे।


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