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तालिबान ने कंधार शहर के कुछ हिस्सों पर भी कब्जा कर लिया है।
अफगानिस्तान में अफगान सरकार और तालिबान के बीच लड़ाई जारी है। इस बीच सरकारी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस लड़ाई में दक्षिणी अफगानिस्तान में अब तक 20-30 हजार परिवार विस्थापित हो गए हैं। इन लोगों में से अधिकतर कंधार क्षेत्र से हैं। टोलो न्यूज़ की रिपोर्ट मुताबिक फराह, बड़गी और हेलमंद जैसे इलाके से भी कई परिवार विस्थापित हुए हैं। विस्थापित परिवारों को खाने, रहने और स्वास्थ्य सेवाओं की दिक्कत आ रही है। हाजी कैंप में कई विस्थापित परिवार रह रहे हैं।
विस्थापितों का क्या कहना है?
तालिबान अपने कब्जे वाले क्षेत्र के लोगों को धमकी दे रहा है और अपहरण कर रहा है। हालांकि तालिबान ने इन दावों को अफगान सरकार की खुफिया एजेंसी का प्रचार बता खारिज कर दिया है। टोलो न्यूज से बात करते हुए विस्थापित बास बीबी बताती हैं, 'कंधार शहर के बाहरी इलाके में तालिबान के हमले में मैंने पांच बच्चों को खो दिया था। अब मुझे 18 लोगों के परिवार का भरण-पोषण करना है। यहां मेरे पास कुछ भी नहीं है। मुझे मदद चाहिए।'
विस्थापित बिलकिस बताती हैं, 'करीब 20 दिन पहले तालिबान ने मेरे घर पर हमला किया और मेरे सामने मेरे बेटे को मार डाला। वह मेरी बहू को ले जाना चाहते थे। इस कारण से हमने घर छोड़ दिया।'
विस्थापितों को दिन में एक वक्त का खाना मिल रहा
सरकार इन विस्थापितों को दिन में एक बार खाना दे रही है। कुछ हेल्थ वर्कर्स स्वेच्छा से लोगों की मदद कर रहे हैं। डॉक्टर सबावून बताती हैं कि विस्थापित कैंप में सैकड़ों गर्भवती महिलाएं हैं। ये किसी भी वक्त बच्चे को जन्म दे सकती हैं। लेकिन यहां उनकी मदद करने वाला कोई नहीं है। यहां किसी भी तरह की कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं है।
रिफ्यूजी डिपार्टमेंट के मुताबिक़ कंधार में करीब 20 हज़ार परिवार विस्थापित हुए हैं लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि विस्थापित परिवारों की संख्या 30 हज़ार के पार है। बता दें कि कंधार के 17 जिलों में से सिर्फ तख्तपोल जिला सरकार के नियंत्रण में है। तालिबान ने कंधार शहर के कुछ हिस्सों पर भी कब्जा कर लिया है।
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