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इन कदमों से लोगों के अंदर गुस्सा भरा हुआ है। लाकडाउन की वजह से पहले ही से यहां के लोग त्रस्त आ चुके हैं।
चीन की राजधानी बीजिंग में अधिकारियों ने करीब दो करोड़ दस लाख निवासियों की व्यापक स्तर पर कोरोना जांच कराने की तैयारी की है। अधिकारी बीजिंग में ओमिक्रोन वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्हें डर है कि यहां भी शंघाई की तरह का लाकडाउन लागू करने की नौबत न पैदा हो जाए। यहां 35 लाख से ज्यादा लोगों की जांच के बाद बीजिंग में 21 पाजिटिव मामले मिले। इसके साथ ही पिछले कुछ दिनों के दौरान मिले मामलों की कुल संख्या 155 हो गई।
सेंटर के उप प्रमुख पेंग शिन्घुओ ने कहा कि बीजिंग महापालिका बीमारी रोकथाम एवं नियंत्रण सेंटर द्वारा 38 संक्रमित नमूनों की जांच की और पाया कि वायरस ओमिक्रोन वैरिएंट है।शंघाई में सोमवार को 52 और लोगों की मौत हो जाने से संक्रमण के इस दौर में अभी तक मरने वालों की कुल संख्या 190 हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि यहां सबसे ज्यादा बुजुर्गो की मौत हुई है। महानगर में बुजुर्गो की आबादी ज्यादा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, चीन के अन्य हिस्सों में संक्रमण के स्थानीय प्रसार के 1,908 मामले सामने आए जिनमें से 1,661 मामले शंघाई के हैं।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण शंघाई सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। आलम यह है कि शंघाई में स्वास्थ्य और खाने जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी आभाव हो गया है। शहर में सख्त लाकडाउन लगाया गया है जिसके चलते करीब ढाई करोड़ लोग अपने घरों में कैद हैं। लाकडाउन के बावजूद प्रशासन द्वारा उठाए गए इन कदमों से लोगों के अंदर गुस्सा भरा हुआ है। लाकडाउन की वजह से पहले ही से यहां के लोग त्रस्त आ चुके हैं।
साभार: जागरण
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