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'बंदर' को खा गया शाकाहारी जानवर, आखिर क्यों बदला जंगल का कानून?

Gulabi
28 Nov 2021 3:19 PM GMT
बंदर को खा गया शाकाहारी जानवर, आखिर क्यों बदला जंगल का कानून?
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ओरंगुटान आमतौर पर शाकाहारी होते हैं. लेकिन
ओरंगुटान आमतौर पर शाकाहारी होते हैं. लेकिन हाल ही में एक ओरंगुटान को मांस खाते देखा गया. जीव विज्ञानियों ने ऐसा नजारा पहली बार देखा है. यह बात है बॉर्नियो (Borneo) के सेंट्रल कालिमंटन स्थित कापुस इलाके की. यहां पर एक बॉर्नियन ओरंगुटान (Bornean Orangutan) ने स्लो लॉरिस (Slow Loris) नाम के प्राइमेट को मारा और उसके बाद खा गया. स्लो लॉरिस बंदरों की ही प्रजाति का छोटा जीव होता है.
जीव विज्ञानियों ने इस पूरे नजारे का वीडियो बनाया. तस्वीरें लीं. घटना साल 2017 की है लेकिन दुनिया के बाकी देशों में ओरंगुटानों का अध्ययन करने के बाद हाल ही में यह स्टडी प्राइमेट नाम के जर्नल में प्रकाशित हुई है. वैज्ञानिक शाकाहारी ओरंगुटानों में बदलते इस व्यवहार को लेकर हैरान हैं. क्योंकि आमतौर पर ओरंगुटान मांसाहार नहीं करते.
जीव विज्ञानी साल 2003 से 2017 तक लगातार बॉर्नियन ओरंगुटान (Bornean Orangutan) की जीवनशैली और खाने-पीने के तरीकों का अध्ययन कर रहे थे. इस पूरी स्टडी के दौरान वैज्ञानिकों ने देखा कि ओरंगुटान खाने में सबसे ज्यादा फलों को पसंद करते हैं. फलों को 61 फीसदी. नई पत्तियों को 14 फीसदी. फूलों को 8 फीसदी और कीड़े-मकोड़ों को 5 फीसदी पसंद करते हैं. लेकिन पहली बार किसी ओरंगुटान को मांसाहार करते देखा गया.
जिस बॉर्नियन ओरंगुटान (Bornean Orangutan) ने स्लो लॉरिस को खाया उसका नाम मोलोंग (Molong) है. वह अपनी मादा केरी और तीन साल के शावक केटांबे के साथ पेड़ पर बैठा था. पत्तियां खा रहा था. सबकुछ एकदम सामान्य ओरंगुटान परिवार की दिनचर्या जैसा दिख रहा था. वैज्ञानिकों का मानना है कि वह परिवार पार्टी कर रहा था. लेकिन अचानक मोलोंग को दूसरे पेड़ पर स्लो लॉरिस प्राइमेट दिखाई दिया.
मोलोंग तत्काल उसके पीछे भागा. स्लो लॉरिस जमीन पर नहीं उतरते क्योंकि उन्हें वापस पेड़ों पर चढ़ने में वक्त लगता है. लेकिन मोलोंग ने उसे पेड़ की टहनी से गिरा दिया. अपने शिकार को जमीन पर गिराने की युद्धकला ओरंगुटानों के पास होती है. इसके बाद मोलोंग ने स्लो लॉरिस को पकड़ लिया. वापस पेड़ पर आकर बैठ गया. यह सब नजारा उसकी मादा केरी और शावक केटांबे देख रहे थे.
मोलोंग अपने परिवार के पास वाली टहनी पर वापस जाकर बैठ गया. फिर उसने स्लो लॉरिस का सर एक बार में धड़ से अलग कर दिया. केरी और केटांबे हैरानी के साथ मोलोंग को देख रहे थे. जैसे ही स्लो लॉरिस की मौत हुई, उसके बाद मोलोंग उसे आराम से खाता रहा. केरी ने भी मोलोंग से स्लो लॉरिस का हिस्सा मांगा लेकिन मोलोंग ने नहीं दिया. जबकि, आमतौर पर ओरंगुटान कुछ भी खाते हैं तो अपने परिवार के साथ बांटते हैं.
स्लो लॉरिस के शरीर में एक ताकतवर जहर होता है. जो उसके कुहनियों के पास स्थित ग्लैंड्स से निकलता है. वो अपने शिकार को मारने से पहले ये जहर अपने दांतों पर रगड़ते हैं, उसके बाद शिकार पर हमला करते हैं. अगर जहर वाले दांत के साथ स्लो लॉरिस इंसान को काट ले तो इंसान कुछ देर के लिए कम से कम बेहोश तो हो ही सकता है. लेकिन मोलोंग पर इसका कोई असर होता नहीं दिखा.
वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में लिखा है कि बॉर्नियन ओरंगुटान (Bornean Orangutan) का इस तरह का हमला और खाने-पीने के तरीके से जीव विज्ञानी हैरान है. यह इस तरह का पहला मामला है. इसलिए अभी इस व्यवहार को समझा पाना मुश्किल है. लेकिन भविष्य में अगर ऐसा नजारा फिर देखने को मिला तो शायद इस व्यवहार के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल हो सके.
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