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24 जून के विद्रोह के दौरान पुतिन की गतिविधियों पर नज़र रखी

Sonam
7 July 2023 5:14 AM GMT
24 जून के विद्रोह के दौरान पुतिन की गतिविधियों पर नज़र रखी
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वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन द्वारा किए गए विद्रोह के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मास्को से भाग गए थे। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। न्यूजवीक की रिपोर्ट में मिखाइल खोदोरकोव्स्की के हवाले से बताया गया है कि आत्म-निर्वासन में रहने वाले पूर्व रूसी ऑयल कार्यकारी मिखाइल खोदोरकोव्स्की ने खुलासा किया कि उन्होंने 24 जून को विद्रोह के दौरान पुतिन की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी थी।

खोदोरकोव्स्की के अनुसार, पुतिन एक विमान में सवार हुए और संभवतः अपने वल्दाई निवास में शरण लेने के लिए मास्को से चले गए। बता दें खोदोरकोव्स्की, राजनीति से प्रेरित आरोपों को लेकर एक दशक तक कारागार रह चुके हैं। कारागार जाने से पहले उन्होंने ऊर्जा कंपनी युकोस का नेतृत्व भी किया था।

‘हम पुतिन पर नज़र रख रहे थे’

खोदोरकोव्स्की ने टिप्पणी की, ‘हम उस समय पुतिन की नज़र कर रहे थे। और ऐसा लगता है कि उन्होंने वास्तव में मॉस्को छोड़ दिया और संभवतः वल्दाई अपने निवास जगह पर चले गए।’

खोदोरकोव्स्की ने 24 जून को पुतिन द्वारा विशेष रूप से उपयोग किए गए विमान के प्रस्थान पर प्रकाश डाला, जो अज्ञात स्रोतों के अनुसार, वल्दाई के आसपास के फ्लाइट ट्रैकर्स से गायब हो गया था।

विद्रोह के दौरान, पुतिन की अनुपस्थिति पर किसी का ध्यान नहीं गया, क्योंकि कई नेताओं और विभाग प्रमुखों ने कथित तौर पर मास्को छोड़ दिया था। खोदोरकोव्स्की का प्रारम्भ में मानना था कि प्रमुख शख़्सियतों की हरकतों को देखते हुए विपक्ष के पास सफल होने का मौका है। हालांकि, प्रिगोझिन के नेतृत्व में विद्रोह ने शीघ्र ही गति खो दी।

खोदोरकोव्स्की के दावों को अन्य लोगों ने भी दोहराया

खोदोरकोव्स्की के दावों को दोहराते हुए, एक रूसी-इजरायल व्यवसायी और पुतिन आलोचक लियोनिद नेवज़लिन ने 24 जून को ट्वीट किया था कि पुतिन ने अपने वल्दाई निवास के बंकर में शरण ली है।

नेव्ज़लिन ने आगे आरोप लगाया कि पुतिन के करीबी सहयोगी भी उस जगह पर एकत्र हुए थे, जिससे पता चलता है कि राष्ट्रपति घबराहट की स्थिति में थे। यूक्रेनी खुफिया सूत्रों ने भी इसी तरह की जानकारी साझा की, जिसमें बोला गया कि पुतिन ने मॉस्को छोड़ दिया था और उन्हें वल्दाई ले जाया गया था।

पत्रकार बोरिस ग्रोज़ोव्स्की ने विल्सन सेंटर थिंक टैंक के लिए एक पोस्ट में बोला कि विद्रोह प्रारम्भ होते ही पुतिन मॉस्को से भाग गए और अगले 24 घंटे उन्होंने अपने वल्दाई एस्टेट में बिताए।

इन खुलासों ने येवगेनी प्रिगोझिन के नेतृत्व में हुए विद्रोह के आसपास की घटनाओं के बारे में गहन अटकलें और विश्लेषण प्रारम्भ कर दिया है। जैसे-जैसे इस उथल-पुथल भरी अवधि के दौरान प्रमुख व्यक्तियों की गतिविधियों और कार्यों के बारे में अधिक विवरण सामने आ रहे हैं। यह कहानी पूरे विश्व के पर्यवेक्षकों को लुभाती और दिलचस्प बनाती रहती है।

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