पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक शिया विद्वान पर कथित तौर पर एक धार्मिक पुस्तक के पन्ने जलाने का आरोप लगा है। इस विद्वान पर आक्रोशित भीड़ ने हमला कर दिया और घायल कर दिया। इससे पहले शनिवार को यहां ईशनिंदा के आरोप में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की पत्थर मार-मार कर हत्या कर दी गई थी और उसके शव को एक पेड़ से लटका दिया गया था।
ताजा घटना फैसलाबाज दिले के टांडलियांवाला की है जहां दर्जनों लाठी-डंडे व अन्य हथियार लिए लोगों ने ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए विद्वान ने घर को घेर लिया था। हालांकि, पुलिस समय रहते घटनास्थल पर पहुंच गई और उसे बचा लिया। पुलिस अधिकारी मुबाशर मैकन ने बताया कि शिया विद्वाम और उसके परिजनों को सुरक्षा कारणों से दूसरी जगह पहुंचा दिया गया है।
प्रांत में पिछले दो महीनों में भीड़ हिंसा के चलते दो लोगों की मौत का गवाह बन चुका है। शनिवार को बारा चक गांव के रहने वाले मानसिक रूप से विक्षिप्त मुश्ताक अहमद को 300 से अधिक लोगों की भीड़ ने पत्थर मार-मार कर मार डाला था और उसका शव पेड़ से लटका दिया था। मुश्ताक पर जंगल डेरा गांव में कुरान के पन्ने फाड़कर उनमें आग लगा देने का आरोप था।
पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया था कि शनिवार की घटना में 21 मुख्य संदिग्धों समेत 105 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की सहायता से आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार किया। बता दें, पड़ोसी देश पाकिस्तान में धार्मिक कट्टरता और ईशनिंदा के मामलों में हिंसा की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं।
उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर गिरफ्तार किए गए मुख्य संदिग्ध आरोपियों की तस्वीर साझा की है और कहा है कि घटना में शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और इंसाफ होगा। पाकिस्तान की विपक्षी पीपल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी मामले की पारदर्शी जांच कराए जाने की मांग की है।
ईशनिंदा का आरोप : मानसिक रूप से विक्षिप्त की हत्या के मामले में 85 गिरफ्तार
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खानेवाल जिले के एक गांव में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक शख्स की ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में कम से कम 85 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। द न्यूज इंटरनेशनल ने प्रांतीय पुलिस के हवाले से बताया कि वीडियो फुटेज की मदद से रविवार को गिरफ्तारी और पहचान का काम चलता रहा।
यह घटना जंगल डेरा गांव में हुई जब सैकड़ों स्थानीय लोग मगरिब की नमाज के बाद एकत्र हुए और उन्होंने कुरान के पन्नों को फाड़ने वाले संदिग्ध को पेड़ से लटका दिया। इसके बाद उन्होंने उस शख्स को ईंटों से तब तक मारा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, उसने जब अपनी बेगुनाही का दावा किया तो उसकी बात सुनने को कोई राजी नहीं हुआ।
भीड़ ने इस शख्स को पुलिस हिरासत से पकड़ा था। इस बीच, एक थिंक टैंक (सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज) ने बताया कि 1947 के बाद से देश में ईशनिंदा के कुल 1,415 मामले हुए हैं। इनमें 70 फीसदी से अधिक आरोपी पंजाब से रिपोर्ट किए गए।