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आखिरकार संघर्ष की जीत हुई. करीब 15 दिनों से 22 मजदूर सोने की खदान |
आखिरकार संघर्ष की जीत हुई. करीब 15 दिनों से 22 मजदूर सोने की खदान (China gold mine blast) में फंसे रहे. बावजूद इसके उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सकुशल वापस लौट आए. हालांकि इस दौरान एक मजदूर ने दम तोड़ दिया. बचाव दल के 633 सदस्यों ने दिन-रात मेहनत कर 2000 फीट की गहराई में फंसे मजदूरों को रविवार को सकुशल वापस निकाल लिया. दो हफ्ते पहले 10 जनवरी को विस्फोट के बाद ये मजदूर सोने की खदान में फंस गए (Miners stuck in gold mine) थे.
चीन के सरकारी मीडिया के मुताबिक रविवार को 11 खनन मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है. इन मजदूरों को बाहर निकालने के लिए तुरंत कदम उठाते हुए सुरंग तक खोदनी पड़ी. 10 जनवरी को धमाके की वजह से इस खदान से बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया था. इससे पहले बचाव दल ने रविवार सुबह दो मजदूरों को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की थी. इसके बाद 11 मजदूर बचे थे, जिनमें से एक की मौत हो गई.
बेहद कमजोर हालत में मजदूर
बताया जा रहा है कि मजदूरों की हालत काफी खराब है. 15 दिनों से फंसे होने की वजह से वे बेहद कमजोर हो चुके हैं. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बचाव अभियान में कुल 633 लोग लगे थे और 407 मशीनों का इस्तेमाल किया गया. रविवार से पहले प्रशासन ने 10 मजदूरों के साथ संपर्क किया था, जो ठीक हालत में थे. 11वां मजूदर मृत माना जा रहा था.
नियमित रूप से पहुंचाया गया भोजन
शिन्हुआ की रिपोर्ट में बताया गया कि फंसे कामगारों को बाहर निकालने के प्रयास के साथ-साथ उन्हें सामान्य भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा था. इसमें बताया गया कि बचे हुए कामगारों को पहले तो पोषक द्रव्य दिया गया, बाद में बचावकर्ता उन तक नियमित रूप से भोजन-पानी पहुंचाते रहे. खदान में फंसे लोगों तक कपड़े तथा अन्य सामग्रियां भी पहुंचाई गईं. इससे पहले बचावकर्ताओं को अनुमान था कि कामगारों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए और दो हफ्ते लगेंगे.
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