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कजाखस्‍तान में प्रदर्शन से माइनिंग हब बंद, बिटकॉइन नेटवर्क को लगा बड़ा झटका

Neha Dani
9 Jan 2022 9:12 AM GMT
कजाखस्‍तान में प्रदर्शन से माइनिंग हब बंद, बिटकॉइन नेटवर्क को लगा बड़ा झटका
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इसके अलावा किजिलोर्दा में कहीं-कहीं गोलियां चलने की आवाजें सुनी गईं।

कजाखस्‍तान में हिंसक विरोध प्रदर्शन से देश के बिटकॉइन नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। इंटरनेट बंद कर दिए जाने से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइनिंग केंद्र ठप हो गया है। इससे वैश्विक स्‍तर पर बिटकॉइन नेटवर्क के कंप्‍यूटिंग पावर में भारी गिरावट आई है। आलम यह है कि कजाखस्‍तान में भारी विरोध प्रदर्शन की वजह से बिटकॉइन की कीमतों में 10 फीसदी की गिरावट आई है।

बताया जा रहा है कि प्रदर्शनों को कुचलने के लिए कजाखस्‍तान सरकार ने पूरे देश में इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया था। मई 2021 में चीन में बिजली महंगी होने के बाद बड़ी संख्‍या में बिटकॉइन के माइनर सस्‍ती बिजली की चाह में पड़ोसी कजाखस्‍तान पहुंच गए थे। चीन भी दुनिया में बिटकॉइन माइनिंग का बहुत बड़ा हब है। कजाखस्‍तान अगस्‍त महीने में ग्‍लोबल हैश रेट में 18 फीसदी की हिस्‍सेदारी रखता था। वह इस मामले में अमेरिका से केवल पीछे था। गुरुवार को हैश रेट में वैश्विक स्‍तर पर 14 फीसदी की गिरावट आई है।
आतंकवाद रोधी एजेंसी के पूर्व प्रमुख गिरफ्तार
इस बीच कजाकिस्तान में हुए हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर सरकार को गिराने की कोशिश करने के आरोपों के तहत देश की आतंकवाद रोधी एजेंसी के पूर्व प्रमुख को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रपति ने इन प्रदर्शनों के लिए विदेश से समर्थित आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने करीम मासिमोव की गिरफ्तारी की शनिवार को घोषणा की। मासिमोव को राष्ट्रपति कासिम-जोमार्त तोकायेव ने इस सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के प्रमुख के पद से हटा दिया था। प्राधिकारियों ने बताया कि इस सप्ताह असंतोष के खिलाफ सुरक्षा अधिकारियों की कार्रवाई में 26 प्रदर्शकारियों की मौत हो गई और 18 कानून प्रवर्तन अधिकारियों की भी जान गई।
गृह मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि 4,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कजाकिस्तान के 1991 में सोवियत संघ से आजाद होने के बाद से इस मध्य एशियाई देश में हुआ यह सर्वाधिक भीषण प्रदर्शन हैं। वाहन ईंधन की एक विशेष किस्म की कीमतों के लगभग दोगुना होने के विरोध में शुरू हुआ यह प्रदर्शन पूरे देश में फैल गया। छह पूर्व सोवियत राष्ट्रों के रूसी नीत सैन्य गठबंधन 'सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन' ने तोकायेव के अनुरोध पर कजाकिस्तान में शांतिरक्षा के लिए 2,500 बलों को भेजने की मंजूरी दी है, जिनमें से अधिकतर रूसी बल हैं।
लोगों पर गोलियां चलाने का अधिकार दे दिया
तोकायेव ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने सुरक्षा बलों को प्रदर्शनों में शामिल लोगों पर गोलियां चलाने का अधिकार दे दिया है। रूसी एजेंसी 'स्पूतनिक' ने बताया कि अल्माटी में शनिवार को अशांति की कोई जानकारी नहीं मिली है लेकिन पुलिस ने अकताउ शहर में प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इसके अलावा किजिलोर्दा में कहीं-कहीं गोलियां चलने की आवाजें सुनी गईं।

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