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मिल मजदूर को मिला खजाना, लूटने पहुंच गए लाखों, फिर ऐसे बदल गई पूरे अमेरिका की जिंदगी, जानें सच्ची कहानी

Gulabi
24 Jan 2021 3:33 PM GMT
मिल मजदूर को मिला खजाना, लूटने पहुंच गए लाखों, फिर ऐसे बदल गई पूरे अमेरिका की जिंदगी, जानें सच्ची कहानी
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सब कुछ बेहद सामान्य चल रहा था. करीब 200 लोगों का एक छोटा सा गांव.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सब कुछ बेहद सामान्य चल रहा था. करीब 200 लोगों का एक छोटा सा गांव. मगर एक घटना ने न सिर्फ उनकी बल्कि पूरे अमेरिका की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी. हम बात कर रहे हैं, अमेरिका में पाए गए सोने के खजाने की (California Gold Rush). इस खजाने ने अमेरिका को तो मालामाल किया ही, कैलिफोर्निया प्रांत को भी एक नई पहचान दे डाली. हालांकि यह खजाना अपने साथ स्थानीय लोगों के लिए मुसीबतें भी लेकर आया.


सोना मिलने से पहले सैन फ्रैंसिस्को (San Francisco) एक छोटा सा कस्बा हुआ करता था. मगर जैसे ही सोने के खजाना का पता चला, तो अचानक से यहां लोगों की बाढ़ आ गई. लोग समुद्र और नदी के रास्ते यहां पहुंचने लगे. घर कम पड़े तो लोगों ने टेंट लगा लिए. लकड़ी के अस्थायी घर तैयार कर लिए गए. कैलिफोर्निया में दर्जनों जहाज खड़े हो गए. लोग इतने ज्यादा थे कि आसपास के देश के लोग खाने-पीने का सामान बेचने लगे. यहां लोग सोने के बदले आटा-चावल खरीद रहे थे.
कैसे मिला खजाना
यह बात 150 से ज्यादा साल पुरानी है. 24 जनवरी, 1848 को यानी आज ही के दिन मिल में काम करने वाले एक फोरमैन को अरबों रुपये के सोने का पता चला था. जेम्स डब्ल्यू मार्शल (James W Marshall) नाम के कर्मचारी को अचानक मिल में लगी पनचक्की के पास एक सुनहरा पत्थर का टुकड़ा मिला. वह इस सुनहरे पत्थर को अपने मालिक जॉन सुत्तर के पास ले गया, जिसने चुपचाप इसकी जांच की. सच्चाई जानकर वो हैरान हो गया. वो इस बात को छिपाना चाहता था.

नहीं छिप सकी खबर
मगर ऐसी खबरें भला कहां छिपती हैं. एक स्थानीय अखबार ने अफवाहों के आधार पर यह खबर छाप दी. यही नहीं अखबार के मालिक सोना बेचने के लिए अपना खुद का स्टोर भी खोल लिया. 19 अगस्त, 1948 को सैन फ्रांसिस्को के एक बड़े अखबार ने यह खबर प्रकाशित कर दी. इसके बाद जंगल की आग की तरह यह खबर पूरी दुनिया में फैल गई. जहां सैन फ्रांसिस्को की आबादी करीब एक हजार थी, वो अचानक से बढ़कर 25 हजार से ज्यादा हो गई. जिसे देखो वो कैलिफोर्निया की तरफ भागा जा रहा था.

स्थानीय लोगों का नरसंहार
शुरुआती दो साल में यहां से सोना लेना किसी के लिए भी आसान था. बाहरी और स्थानीय लोगों के बीच झगड़ा बढ़ गया. 16 हजार से ज्यादा स्थानीय लोगों को मार दिया गया. इसके बाद सरकार ने टैक्स लगा दिया. 20 डॉलर प्रति महीने से शुरू होकर यह 2021 में 610 डॉलर प्रति माह तक बढ़ चुका है. यहां से अरबों डॉलर का सोना अब तक निकाला जा चुका है.


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