
सोर्स न्यूज़ - आज तक
दुनिया में कई ऐसी चीजें हैं जो आपको चौंका सकती हैं. वैसे तो दुनिया में कुल 195 देश हैं जिनमें 193 यूएन यानी संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देश हैं और दो देश ऑबजर्वर. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसे 'देश' भी हैं जो दावा तो देश होने का करते हैं लेकिन उन्हें न तो संयुक्त राष्ट्र से मान्यता है और न ही किसी और देश से. ऐसे स्वघोषित राष्ट्रों को माइक्रोनेशन कहा जाता है. इनके पास अपना बॉर्डर है, अपना कानून है, अपनी बैंकिंग व्यवस्था है और अपने सैनिक भी हैं लेकिन उन्हें देश के रूप में न तो यूएन मानता है और न ही पड़ोसी देश. इनमें एक की आबादी तो केवल 30 लोगों की है और उनकी सीमा में 4 कुत्ते भी रहते हैं. यानी कुल 34 जीव. इस देश में तानाशाह का शासन है और अपनी सेना भी, अपनी सीमा भी है और अपना कानून भी. एक इलाका तो ऐसा था जिसपर किसी पड़ोसी देश ने दावा नहीं किया तो अलग देश ही घोषित कर लिया वहां के लोगों ने. एक स्वघोषित देश की आबादी तो ढाई लाख के पार है और दो देशों की जंग के बीच गुमनामी में पड़ा हुआ ये इलाका अब अलग देश बनने की ओर है.
हद तो ये है कि ये शासक कई बार यूएन तक पहुंच चुके हैं अपने देश को अलग देश के रूप में मान्यता दिलाने के लिए. तथाकथित ऐसे देशों को माइक्रोनेशन कहते हैं और गूगल माइक्रोनेशन मैप के अनुसार कुछ साल पहले तक ऐसे देशों की तादाद 67 तक पहुंच चुकी थी. इनमें से कुछ देशों की सीमा बस कुछ एकड़ में सिमटी हुई है तो कई की आबादी उंगलियों पर गिनने लायक है.
माइक्रोनेशंस में सबसे अनोखी कहानी है रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया की. इस माइक्रोनेशन की सीमा में कुल 34 जीव रहते हैं. इनमें से 30 इंसान और 4 कुत्ते. इसकी सीमा कुल 2.28 एकड़ जमीन से बनी है. ये अमेरिका में नेवादा के पास स्थित है. यहां का तानाशाह केविन बॉघ है. इस शख्स ने अपना खुद का देश बना लिया. वह आधिकारिक प्रशासन को जो टैक्स देता है उसे विदेशी मदद का नाम देता है. नेवादा की डेयटेन वैली में स्थित इस माइक्रोनेशन की अलग करेंसी भी है जिसका नाम valora है. इस सिस्टम को चलाने के लिए Bank of Molossia, चिप वाले सिक्के और प्रिंटेड नोट भी हैं.
इस स्वयंभू देश में कुत्तों को भी नागरिकता मिलती है. तानाशाह केविन बॉग के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं. यह शख्स हमेशा मिलिटरी ड्रेस में रहता है और वर्दी पर कई तरह के मेडल लटकते रहते हैं. दर्जनों सैन्य टाइटल इस शख्स ने खुद को दे रखा है. यह शख्स खुद को आजाद देश का शासक मानता है और वहां घूमने आने वाले सैलानियों का स्वागत खुद बॉर्डर पर करता है. 1990 के दशक में रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया ने ईस्ट जर्मनी के खिलाफ युद्ध का ऐलान भी कर दिया था. 2006 में रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया का युद्ध हो गया था एक और माइक्रेनशन Moustachestan के साथ. जिसमें केविन बॉघ को जीत हासिल हुई और सजा के रूप में Moustachestan के शासक को अगले 6 महीने के लिए हर माह एक valora की पेनाल्टी देनी पड़ी. 2010 में एक और माइक्रोनेशन के साथ इस छोटे से 'देश' की जंग हुई थी. रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया दो बार अपना राष्ट्रगान बदल चुका है. इसका झंडा ब्लू, सफेद और हरे रंग के तिरंगे डिजाइन में है.
नॉर्थ सी में इंग्लैंड के तट से सटा सीलैंड एक ऐसा ही माइक्रेनेशन है जो दो विशालकाय पिलर्स पर टिका हुआ है. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान यह एक एंटी-एयरक्राफ्ट प्लेटफार्म के रूप में तैयार हुआ था. इंटरनेशनल सी एरिया में होने के कारण ब्रिटिश नेवी ने 1966 में इस जगह को खाली कर दिया तो बाद में एक पूर्व सैनिक और एक पाइरेट द्वारा यहां बसावट कर ली गई और अलग देश ही घोषित ही कर दिया गया. यह इलाका समुद्र तट से 12 किलोमीटर दूर स्थित है और फेरी और नावों के जरिए एक दूसरे से जुड़े कई प्लेटफॉर्म इस स्वयंभू देश का निर्माण करते हैं. आज यहां 27 लोग रहते हैं लेकिन 1970 के आसपास यहां की आबादी एक बार 70 तक पहुंच गई थी. यह रियासत केवल दो टेनिस कोर्ट के बराबर आकार की होगी.
