क्षुद्रग्रह और उल्का (meteor) हमारे सौरमडंल (Solar System) में ऐसे पिंड हैं जो अपनी पैदाइश के बाद नहीं बदले हैं. यही वजह है कि हमारे वैज्ञानिक इनके अध्ययन में इतनी दिलचस्पी रखते हैं. उन्हें उम्मीद है उनसे हमारे सौरमंडल के शुरुआती समय के रहस्यों की जानकारी मिल सकती है. अब वैज्ञानिकों को विश्वास है कि उन्होंने ऐसा उल्कापिंड (Meteorite) खोज निकाला है जो हमारे सौरमंडल के बनने का बाद पहले दस लाख सालों में बना था. यह ज्वालामुखी से बनने वाला सबसे पुराना उल्का माना जा रहा है. माना जा रहा है कि यह हमारे सौरमंडल के ग्रहों के बनने से पहले ही बना था. इस उल्कापिंड (Meteorite) का नाम इर्ग चेक 002 (Erg Chech 002) या EC 200 है जिसे मई 2020 में उल्काखोजियों (Meteor Hunters) ने अल्जीरिया के सहारा रेगिस्तान में खोजा था. यह करीब सौ साल तक वहीं पड़ा रहा. फ्रांस और ब्रेस्ट यूनिवर्सिटी की जियोकैमिस्ट एलिक्स बैरेट और साथियों का यह अध्ययन प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेस जर्नल में प्रकाशित हुआ है. इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इस उल्कापिंड की इसकी खोज और विशेषताओं के बारे में विस्तार से चर्चा की है.