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धरती पर 67000 KM की रफ्तार से गिरा उल्कापिंड, आसमान में बना 'आग का गोला'

Gulabi
11 March 2021 1:09 PM GMT
धरती पर 67000 KM की रफ्तार से गिरा उल्कापिंड, आसमान में बना आग का गोला
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इस उल्का पिंड के फटने की शक्ति करीब 200 किलो के टीएनटी बम (TNT Bomb) के बराबर थी

अमेरिका (America) के वर्मोंट राज्य (Vermont) में 67 हजार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से नीचे गिर रहा एक उल्कापिंड (Meteor) आसमान में फट (Explodes) पड़ा. इस उल्का पिंड के फटने की शक्ति करीब 200 किलो के टीएनटी बम (TNT Bomb) के बराबर थी. इस दौरान आसमान दुधिया रोशनी से नहा उठा. वर्मोंट राज्य के आसमान में हुई उल्कापिंड की इस बारिश को लेकर नासा ने कहा कि ये एक छोटे पटाखों वाले कार्यक्रम की तरह था. उल्कापिंड की इस बारिश को 100 खुशनसीब लोग ही देख पाए.


नासा (Nasa) के मुताबिक, इस उल्कापिंड के फटकर बिखरने की शक्ति का माप करने पर पता चला कि ये 200 किलोग्राम के टीएनटी बम के बराबर थी. अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने बताया कि 30 मील ऊपर इस उल्कापिंड के आगे और पीछे दबाव बढ़ता चला गया. इसके बाद अंतरिक्ष से धरती पर आया ये पत्थर तेज आवाज के साथ फट पड़ा. उल्कापिंड के फटने से इतना दबाव पैदा हुआ कि इसने आस-पास की इमारतों को हिलाकर रख दिया.
उल्कापिंड के फटने से महसूस हुए हल्के झटके
अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने बताया कि इस दबाव को जमीन पर महसूस किया गया. उल्कापिंड के फटने के चलते जमीन में हल्की हलचल महसूस की गई. कुछ भूकंप मापने वाले उपकरणों पर भी इसे रिकॉर्ड किया गया. नासा ने बताया कि उल्कापिंड का वजन 4.5 किलोग्राम था और इसकी परिधि छह इंच (15 सेंटीमीटर) थी. उल्कापिंड ने कथित तौर पर वर्मोंट के माउंट मैन्सफील्ड स्टेट फॉरेस्ट और बीच हिल के बीच कुल 33 मील की दूरी को तय किया.

उल्कापिंड देखकर उत्साहित हुए लोग
नासा ने बताया कि ये उल्कापिंड अंतरिक्ष के किसी बड़ी चट्टान का हिस्सा था. कुछ 100 के करीब लोगों ने बताया कि उन्होंने इसे अपने घरों के ऊपर से गुजरते हुए देखा. एक व्यक्ति ने बताया कि मैं इस उल्कापिंड को देखकर बेहद उत्साहित हो गया. ये एक ऐसा क्षण है, जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता हूं. गौरतलब है कि अंतरिक्ष से हमेशा ही इस तरह के टुकड़े दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में गिरते रहते हैं. माना जाता है कि एक ऐसे ही पत्थर के गिरने से धरती पर डायनासोर खत्म हो गए.
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