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पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद से की मुलाकात

Neha Dani
9 Sep 2021 12:04 PM GMT
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद से की मुलाकात
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नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी के निदेशक विलियम बर्न्स ने गुरुवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद से मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों और अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। यह जानकारी सेना ने दी है।

अफगानिस्‍तान में तालिबान ने पिछले मंगलवार को 33 सदस्‍यों की कैबिनेट के साथ अंतरिम सरकार की घोषणा की। इसमें कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद सहित कैबिनेट के 14 सदस्यों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC ) की आतंकी सूची में ब्लैकलिस्ट किया गया है। अफगानिस्‍तान में अंतरिम सरकार के गठन के बाद क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं को लेकर यह बैठक आयोजित की गई है। पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि बर्न्स और बाजवा ने आपसी हित, क्षेत्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
बैठक के दौरान आईएसआई के मुखिया फैज हामिद भी मौजूद थे। बयान में कहा गया कि यह दोहराया गया कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ सहयोग करने और अफगानियों के लिए एक स्थिर और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बर्न्स की इस्लामाबाद यात्रा आईएसआइ प्रमुख के पिछले हफ्ते अघोषित दौरे पर काबुल जाने और तालिबान नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई है। 31 अगस्त को अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद किसी अमेरिकी अधिकारी की पाकिस्तान की यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। अफगानिस्तान से उत्पन्न होने वाले सुरक्षा खतरों को कम करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान आने से पहले अमेरिकी खुफिया प्रमुख बर्न्स ने कुछ अधिकारियों के साथ भारत की यात्रा पर भी गए थे।
पता चला है कि बर्न्स ने मंगलवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और राष्ट्रीय सुरक्षा सचिवालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। हालांकि, भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान या नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।



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