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वियना में हो रही ईरान परमाणु समझौते पर बैठक, जानिए बाइडेन ने क्या कहा?

Neha Dani
10 April 2021 6:05 AM GMT
वियना में हो रही ईरान परमाणु समझौते पर बैठक, जानिए बाइडेन ने क्या कहा?
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बाइडेन ने अमेरिका को वापस समझौते में शामिल करने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी.

ईरान के साथ 2015 के परमाणु समझौते (Iran Nuclear Deal) पर एक बार फिर बातचीत शुरू हो गई है. अमेरिका को इस समझौते में वापस लाने की कोशिशों के तहत शुक्रवार को बातचीत की गई. जिसमें वाशिंगटन और तेहरान के मतभेद वाले जटिल मुद्दों पर तत्काल कोई प्रगति नहीं हुई है, लेकिन वार्ता में शामिल प्रतिनिधियों ने सकारात्मक माहौल की आशा व्यक्त करते हुए बातचीत जारी रखने का संकल्प जताया (Iran Nuclear Deal Explained). अमेरिकी पाबंदियों को हटाने और ईरान को समझौते के पालन के लिए मनाने के तरीकों पर चर्चा के लिए मंगलवार से वियना में दो कार्यसमूह बैठक कर रहे हैं.

फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, चीन और रूस अब भी ईरान के साथ इस समझौते के पक्षकार हैं, जिसे संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है (Iran Nuclear Deal Explained in Hindi). यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब तीन दिन पहले रूस के प्रतिनिधि ने कहा था कि वे प्रतिबंधों को हटाने और परमाणु मुद्दों को लेकर विशेषज्ञ स्तर के समूहों को स्थापित करने के लिए सहमत हुए हैं. (Iran Nuclear Deal Conditions) रूसी प्रतिनिधि मिखाइल उल्यानोव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि बैठक के प्रतिभागियों ने प्रारंभिक प्रगति पर संतोष जताया.
अगले सप्ताह फिर होगी बैठक
उन्होंने कहा, 'आयोग सकारात्मक माहौल को बनाए रखने के लिए अगले सप्ताह फिर बैठक करेगा.' यह बैठक अमेरिका की गैर-मौजूदगी में हुई जिसने एकपक्षीय तरीके से परमाणु करार से हाथ खींच लिया था (Iran Nuclear Deal and Sanctions). हालांकि जो बाइडेन के प्रशासन में ईरान के लिए विशेष दूत रॉब माल्ले के नेतृत्व में अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल भी इस सप्ताह ऑस्ट्रिया की राजधानी में है (Iran Nuclear Deal Agreement). अन्य वैश्विक महाशक्तियों के प्रतिनिधि अमेरिका और ईरान के बीच परोक्ष वार्ता के लिए प्रयासरत हैं.
बाइडेन का क्या कहना है?
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा है कि वह अमेरिका को समझौते में वापस लाना चाहते हैं लेकिन ईरान को करार के उल्लंघनों को बंद कर देना चाहिए (Iran Nuclear Deal Countries). गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को इस समझौते से बाहर कर दिया था. जिसके बाद से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता चला गया. दोनों देश खुलकर एक दूसरे की आलोचना करने लगे. लेकिन जब बाइडेन ने राष्ट्रपति का पद संभाला को इस ओर बदलाव देखने को मिला (Iran Nuclear Deal Analysis). बाइडेन ने अमेरिका को वापस समझौते में शामिल करने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी.


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