विश्व

मौलाना ने बताई ज़िना की सजा

Manish Sahu
25 Aug 2023 1:14 PM GMT
मौलाना ने बताई ज़िना की सजा
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विश्व: सोशल मीडिया पर मंगलवार से एक इमाम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह दर्शकों को एक महिला को पत्थर मार-मारकर मारने के बारे में भाषण दे रहे थे। यह वीडियो बर्मिंघम की ग्रीन लेन मस्जिद का है, जिसे हाल ही में बर्मिंघम में युवाओं को समर्थन देने और नफरत फैलाने से रोकने के लिए ब्रिटिश सरकार से 2.2 मिलियन पाउंड (23.24 करोड़ रुपये) दिए गए थे।
वीडियो में इमाम शेख जकाउल्लाह सलीम को दर्शकों से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि महिला को पत्थर मारने से पहले कमर तक जमीन में दफनाया जाना चाहिए। इमाम ने कहा कि, 'शरिया (इस्लामी कानून) के अनुसार, जब महिलाओं की बात आती है, तो जमीन में, जमीन में एक गड्ढा खोदना चाहिए; और उसका आधा शरीर ढका होना चाहिए।' हालाँकि, उसी उपदेश के एक अन्य वीडियो में इमाम को दर्शकों को समझाते हुए दिखाया गया है कि पत्थर मारकर हत्या करना 'ज़िना' की सजा है - जो अवैध यौन संबंधों के लिए इस्लामी कानूनी शब्द है। ज़काउल्लाह ने कहा कि, 'जो व्यक्ति ज़िना करता है, इस्लामी या शरिया के अनुसार, जब भी शरिया स्थापित होता है, तो व्यभिचारी - पुरुष या महिला - के लिए सज़ा यह है कि, यदि वे विवाहित हैं, तो उन्हें पत्थरों से मार दिया जाएगा। अगर वे अविवाहित हैं, तो उन्हें एक बड़ी मुस्लिम सभा के सामने 100 कोड़ों से पीटा जाएगा।'
बता दें कि, ज़काउल्लाह ग्रीन लेन मस्जिद के प्रमुख इमाम और शिक्षा प्रमुख हैं। मस्जिद में इमाम के रूप में शामिल होने से पहले उन्होंने कई भूमिकाओं में काम किया है। मस्जिद की वेबसाइट पर उनके प्रोफ़ाइल के अनुसार, ज़काउल्लाह ने लीसेस्टरशायर में मार्कफील्ड इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन से इस्लामिक शिक्षा में मास्टर डिग्री पूरी की। इस संस्थान को इस्लामिक अध्ययन के लिए यूके का अग्रणी केंद्र माना जाता है। वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने छोटी उम्र में ही कुरान को याद कर लिया था।
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