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ग्रीस के एथेंस में भीषण आग, एक दिन में 81 जगह फैली, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Gulabi
4 Aug 2021 3:30 PM GMT
ग्रीस के एथेंस में भीषण आग, एक दिन में 81 जगह फैली, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
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ग्रीस के एथेंस में भीषण आग

Fires in Greece Right Now: ग्रीस की राजधानी एथेंस इस समय काफी मुश्किलों का सामना कर रही है. यहां के एक बाहरी इलाके में जंगल में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए बुधवार तड़के अग्निशमन विमानों का अभियान फिर शुरू कर दिया गया. ग्रीस के पिछले कई दशकों की सबसे प्रचंड गर्मी (Heatwaves) का सामना करने के बीच एक दिन पहले ही हजारों लोगों को आग के कारण अपने घरों से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा. एथेंस के उपनगरों- वरिबोबी और तातोई में लगी आग सोमवार देर रात से मंगलवार देर रात तक 24 घंटे में देश में जंगलों में लगी 81 आग में सबसे भीषण है.

अग्निशमन विभाग ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए पांच विमान और नौ हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. आग पर काबू के लिए 500 से अधिक अग्निशमन कर्मी, सैनिक और विभिन्न स्वयंसेवी समूह जमीन पर काम कर रहे हैं. नागरिक सुरक्षा विभाग के प्रमुख निकोस हरदालियास ने बुधवार सुबह कहा कि कल काफी मुश्किल भरी रात थी (Forest Fires in Greece Today). लेकिन कर्मी कुछ हद तक आग पर काबू पाने में सफल रहे हैं. हालांकि अब भी बहुत काम किया जाना बाकी है.
सूखी लकड़ियों से और तेज हो रही आग
लंबे समय से चल रही भीषण गर्मी के कारण जंगल में सूखी लकड़ियों से आग को फैलने में मदद मिली और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस (113 एफ) तक बढ़ गया (Greece Forest Fires 2021). अधिकारियों के अनुसार किसी व्यक्ति की मौत या गंभीर रूप से घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है. आग से घरों, वाहनों को खासा नुकसान हुआ है. सरकार ने घोषणा की है कि जब तक लोग अपने घरों को नहीं लौट जाते, उन्हें होटलों में ठहराया जाएगा. कुछ यही हालत स्पेन, तुर्की और इटली की भी है.
तुर्की भी कर रहा भीषण आग का सामना
तुर्की में एक ओर जहां दमकल कर्मी देश के दक्षिणी तट पर स्थित जंगलों और गांवों में पिछले सप्ताह लगी आग बुझाने में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर आग को काबू करने को लेकर बेरुखी और अपर्याप्त तैयारियों के चलते राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन की सरकार की आलोचना तेज हो गई है (Forest Fires in Turkey). पिछले बुधवार को लगी आग तेज हवाओं और चिलचिलाती गर्मी के कारण भड़क गई है, जिसके चलते आठ लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों स्थानीय निवासियों-पर्यटकों को अपने घर और ठिकाने छोड़कर भागना पड़ा है. तुर्की के तुर्कोइस तट पर देवदार वाली पहाड़ियों पर जले और काले पेड़ रह गए हैं जबकि कई ग्रामीणों ने घर और पशु गंवा दिए हैं.
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