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रूसी सैनिकों का नरसंहार: सड़कों पर लाशों का ढेर, खंडहर बनीं इमारत

jantaserishta.com
4 April 2022 5:20 AM GMT
रूसी सैनिकों का नरसंहार: सड़कों पर लाशों का ढेर, खंडहर बनीं इमारत
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कीव: रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है. एक तरफ युद्ध चल रहा है तो दूसरी तरफ दोनों देश बातचीत के लिए आगे आए हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा है. यूक्रेन की तरफ से जमीन पर लगातार रूस को कड़ी टक्कर दी जा रही है. इसी का नतीजा है कि यूक्रेन की सेना ने एक बार फिर से कीव (Kyiv news) को अपने कब्जे में ले लिया है.

कीव को दोबारा यू्क्रेन के कब्जे में लेने से पहले रूसी सैनिकों ने जो कहर बरपाया है वो रोंगटे खड़े कर देने वाला है.
रूसी मिसाइल हमलों के बाद बुका की सड़कों के बीचो-बीच विस्फोटक धंस गए हैं, जिसके कारण सुरंग बन गई है. सड़क पर गाड़ी चलाने, पैदल चलने वाले लोगों को बहुत ही ध्यान से रास्तों से गुजरना पड़ रहा है. क्योंकि बारूद से सड़कों पर जो सुरंगें बनीं है उसमें गाड़ियों के फंसने और गिरने का खतरा है.
यूक्रेनी सेना शहर में धीरे धीरे घुस रही है. बताया जा रहा है कि कीव में हर तरफ लाशे ही लाशें नजर आ रही हैं और इन लाशों को हटाने से सैनिक भी डर रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार इन लाशों में विस्फोटक होने का भी खतरा है इसलिए इन्हें हटाने के लिए सेना सावधानी बरत रही है.
बुका की सड़कें तो रूसी हमलों के बाद तबाह हो ही गईं हैं, लेकिन वहां के मॉल और बाकी की इमारतें भी अब खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं. चारों तरफ सिर्फ धुआं, आग राख से बने हुए निशान ही नजर आ रहे हैं. बुका के सबसे बड़े मॉल और इमारतों को देखकर अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि कभी यहां पर हंसते-गाते चेहरे भी हो सकते थे. बुका की भयावह तस्वीरें देखने के बाद ये कहा जा सकता है कि अब यहां पर आम जीवन दोबारा शायद ही शुरू हो पाए.
बुका में एक तरफ इमारतें बर्बाद हो चुकी हैं तो दूसरी तरफ सेना शवों को निकालने में लगी हुई है. रूसी सेना़ की वापसी के बाद से कीव के आसपास के बुका समेत कई इलाकों से अब तक 410 आम नागरिकों के शव बरामद किए जा चुके हैं. फोरेंसिंक एक्सपर्ट ने इनमें से अब तक 140 शवों का परीक्षण किया है. कीव के सरकारी अभियोजक इरिना वेनेडिकोत्वा ने कहा कि अब तक 410 लाशों को निकाला जा चुका है, इसकी तादाद और बढ़ सकती है.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, रूसी हमलों में अब तक 1417 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है. वहीं 2038 लोग घायल हुए हैं. इन आंकड़ों में मैरियूपोल और इरपिन शहर में हुई मौतें शामिल नहीं हैं. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि वास्तविक आंकड़ा इससे काफी ज्यादा हो सकता है.

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