जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुलाम कश्मीर में चुनाव से पहले होने वाली सभाओं में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने सरकार पर सीधा निशाना साधा और कहा, 'सरकार को वोट की जरूरत नहीं,वह बूट के लायक है।' गिलगिट-बाल्टिस्तान के नगर में उन्होंने कहा कि इमरान सरकार उनकी पार्टी के प्रमुख नवाज शरीफ के कार्यकाल में हुए कामों का श्रेय लेना चाहती है। सरकार उन्हें अपना बताकर जनता में भ्रम पैदा कर रही है। मरयम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव की गड़बड़ियों के प्रति सचेत किया।
उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री यहां पर चुनावों में गड़बड़ी करना चाहते हैं। उनके इरादों को सफल नहीं होने देना है। उन्होंने चुनाव आयोग को भी संदेश देते हुए कहा कि वे पीएमएल-एन पार्टी और जनता के वोट के बीच में न आएं।
बिलावल ने कहा पाक सरकार सेना की कठपुतली
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने एक अन्य स्थान पर सभा में कहा कि सेना की कठपुतली बनी सरकार को सत्ता से बाहर कर देना चाहिए। अब इमरान सरकार को सत्ता में रहने का हक नहीं है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने ्में मदद करें। ज्ञात हो कि गुलाम कश्मीर में चुनाव के दौरान ही इमरान खान ने एक सभा में गिलगिट-बाल्टिस्तान को अस्थायी प्रांत का दर्जा दिए जाने की घोषणा की थी। जिस पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। यहां इमरान सरकार के द्वारा गड़बड़ी फैलाने की शिकायतों पर ही प्रमुख अदालत ने पिछले दिनों सरकार के केन्द्रीय मंत्री को तीन दिन में क्षेत्र छोड़ने का आदेश जारी किया था। गिलगिट-बाल्टिस्तान में 15 नवंबर को विधान सभा के चुनाव हैं।
मरियम ने पाक सरकार को कहा था फर्जी सरकार
बता दें कि इससे पहले मरियम नवाज ने दावा किया था कि इमरान खान दिन गिन रहे हैं और उनकी 'फर्जी सरकार' जल्द ही गिरने वाली है। चिलास में चुनावी रैली में मरियम ने कहा था कि 'फर्जी शासकों' के दिन खत्म हो चुके हैं और आखिरी धक्का 15 नवंबर को दिया जाएगा। मरियम ने यह भी आरोप लगाया था कि गिलगित-बाल्टिस्तान चुनावों से पहले भी वोटों की हेराफेरी हो रही थी, और लोगों को अपने वोटों की रक्षा करनी चाहिए। उन्हें चोरी होने से रोकना चाहिए। पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष ने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग हिमालय के पहाड़ों जितने मजबूत हैं और यहां के लोगों ने हमेशा अच्छे और बुरे समय में पार्टी का समर्थन किया है। उन्होंने दावा किया कि विकास परियोजनाओं और इलाके से गुजरने वाली सड़कों को पीएमएल-एन युग के दौरान बनाया गया था।
15 नवंबर को गिलगित-बाल्टिस्तान में विधानसभा चुनाव
पाकिस्तान ने हाल ही में घोषणा की थी कि 15 नवंबर को गिलगित-बाल्टिस्तान विधानसभा के लिए चुनाव होंगे। इमरान खान सरकार ने पहले इस क्षेत्र को अंतरिम प्रांत का दर्जा देने की घोषणा की थी, जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया था। इमरान सरकार के इस फैसले के खिलाफ सिर्फ गिलगित-बाल्टिस्तान में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के शहरों में भी जमकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए थे।