ब्रिटेन में एक महिला को जब पता चला कि उसका बॉयफ्रेंड पहले से ही शादीशुदा है तो वो ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने अपने बॉयफ्रेंड की जिंदगी को खराब करना अपनी लाइफ का मकसद बना लिया. हालांकि ये महिला अब सलाखों के पीछे है. दरअसल साल 2014 में अनीशा को पता चला था कि उनका बॉयफ्रेंड इकबाल मोहम्मद शादीशुदा है. अनीशा ये सुनकर हैरान रह गई थी और उसन ठान लिया था कि इकबाल के धोखे की वो उसे बड़ी सजा देगी. इसके बाद ही अनीशा ने इकबाल पर रेप के झूठे आरोप लगाने शुरू किए थे.
इकबाल और अनीशा की मुलाकात लिंक्डइन के सहारे हुई थी. अनीशा ऑक्सफोर्ड की एक लॉ फर्म में काम करती थीं. इसके बाद दोनों मिलने लगे और उनका रिलेशनशिप शुरू हो गया था. कोर्ट के सामने दलील पेश की गई कि कैसे अनीशा ने सुनियोजित तरीके से इकबाल की लाइफ को खराब करना शुरू किया था. अनीशा ने कुछ धमकी भरे फेक ईमेल्स भी तैयार किए. उन्होंने इन नकली मेल्स के सहारे खुद को धमकी दी और मेल सेंडर में इकबाल का नाम लिखा गया. अनीशा ने इन मेल्स को सबूत बताते हुए कहा कि इकबाल उन्हें मारने की धमकी देता था और उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश करता था. इकबाल को इसके बाद अरेस्ट कर लिया गया था.
इकबाल ने इस दौरान कहा था कि उन्होंने किसी तरह के धमकी भरे मेल्स नहीं किए हैं और उन्होंने कुछ आईटी विशेषज्ञों से मदद मांगी जिसके बाद ये साफ हो गया कि ये ईमेल्स इकबाल ने नहीं बल्कि अनीशा ने ही भेजे थे. अनीशा को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने स्वीकार किया कि ये फेक ईमेल्स उसने ही किए थे लेकिन साथ ही ये भी कहा कि इकबाल उन्हें अब भी हैरेस कर रहा है.
अनीशा बदले की आग में इतनी जल रही थी कि वे इसके बाद भी नहीं रूकी. अब अनीशा ने इकबाल पर रेप के आरोप लगाए. उन्होंने बहुत डिटेल में अपनी आपबीती सुनाई. वे अपनी किडनैपिंग की भी प्लानिंग करने लगी थीं. इस सबका इकबाल की मेंटल हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ा. उसके सामने ही उनका करियर और फैमिली लाइफ चौपट होती जा रही थी. इस मामले में इकबाल का कहना था कि मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता हूं कि मेरे लिए वो कितना भयानक दौर था. मैंने कुछ सालों पहले हॉलीवुड फिल्म फेटल अट्रेक्शन देखी थी लेकिन अब मैं वो फिल्म नहीं देख सकता हूं क्योंकि जिस खतरनाक स्तर पर वो महिला फिल्म में बदला लेना चाहती है, कुछ ऐसा मेरे साथ भी हो रहा था.
वही इकबाल के वकील का कहना था कि वे रिजेक्शन झेलना नहीं जानती हैं और यही कारण है कि उनका व्यवहार खतरनाक होता जा रहा था. वे इमोशनल स्तर पर सामान्य नहीं हैं और उनमें पर्सनैलिटी डिसऑर्डर है. कोर्ट ने इस मामले में अनीशा को चार साल की सजा सुनाई है.