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अलीगढ़: यूक्रेन-रूस विवाद के विवाद के बीच गुरूवार को अलीगढ़ के अभिभावकों के लिए राहतभरी खबर मिली। यूक्रेन में फंसे अलीगढ़ के बच्चों का भी पीएमओ ने संज्ञान लिया है। एमईएच के अधिकारी ने अभिभावकों से फोन पर वार्ता की। अभिभावकों ने यूक्रेन में मेडीकल यूनिवर्सिटी की पढ़ाई ऑनलाइन कराए जाने व फ्लाइट का किराया कम करने की मांग रखी। अलीगढ़ के करीब 50 विद्यार्थी यूक्रेन में अलग-अलग यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे हैं।
बीते दिनों यूक्रेन में इंडियन एंबेसी द्वारा अचानक भारतीय विद्यार्थियों को वहां से अस्थायी रूप से भारत वापसी की एडवाइजरी जारी की गई। इससे अभिभावकों की टेंशन बढ़ गई थी। बुधवार को अभिभावकों ने कमिश्नर व डीएम से मिलकर पीएम के नाम ज्ञापन सौंपा था। गुरुवार को पीएमओ से मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटरनल अफेयर्स (एमईएच) ने अभिभावकों के ज्ञापन का संज्ञान लिया।
अभिभावक पंकज धीरज ने बताया कि एमईएच के अधिकारी एम. स्वरूप से बातचीत हुई है। उनके द्वारा यूक्रेन में इंडियन एंबेसी से वार्ता भी की गई है। मांग रखी गई है कि मेडिकल यूनिवर्सिटी से ऑनलाइन क्लास कराई जाएं। इसके अलावा यूक्रेन से अतिरिक्त कई एयरलाइंस को भारत के लिए हवाई यात्रा बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिस पर शीघ्र निर्णय हो सकता है। अतिरिक्त जानकारी के लिए पीएमओ के कमरा न.3 में हेल्पलाइन सेंटर बना कर, हेल्पलाइन नंबर व मेल आईडी जारी कर दी गई हैं।
यूक्रेन में युद्ध के संकट को देखते हुए मेडिकल की शिक्षा ग्रहण कर रहे अलीगढ़ के विद्यार्थियों को राहत पहुंचाने के लिए उनके अभिभावकों का एक संगठन बनाया जा रहा है। जिसका नाम इंडो-यूक्रेन मेडिकल स्टूडेंट्स गार्जियन एसोसिएशन, भारत (आईयूएमएसजीए) होगा। आईयूएमएसजीए का उद्देश्य यूक्रेन में मेडिकल की शिक्षा ग्रहण कर रहे उत्तर प्रदेश के रहने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को संगठित कर, उनकी समस्याओं का समाधान कराना होगा। जानकारी एसोसिएशन के प्रस्तावक पंकज धीरज ने बताया कि संभावित परिस्थितियों के दृष्टिगत यूक्रेन व भारत एम्बेसी से को ऑर्डिनेट कर अभिभावकों व विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई जाएंगी। एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्यों की घोषणा शीघ्र की जाएगी।
jantaserishta.com
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