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जो नवगठित सौर मंडल में घूम रहे थे. इसी समय इस गड्ढे के बनने की आशंका है.
मंगल हमारे सौर मंडल में मौजूद ग्रहों में से जीवन की खोज के लिए मानव जाति का पसंदीदा स्पॉट रहा है. पृथ्वी पर हमला करने वाले मंगल ग्रह के लोग फिल्मों और किताबों में खूब पसंद किए गए हैं. यह विषय इतना लोकप्रिय है कि ऐसा महसूस होता है कि हम गहरे मन में कहीं चाहते हैं कि हमारे ग्रह पर मंगल ग्रह का आक्रमण हो. एक तस्वीर के सामने आने के बाद यह बात लोगों को यह बात सच लग रही है.
लाल ग्रह की सतह से हम पर नजर
तो यह कैसा विचार है कि कोई हमें लाल ग्रह की सतह से घूर रहा है? यह विचार निश्चित रूप से हमारे अचेतन मश्तिष्क को ठंडक पहुंचाता है. क्योंकि यह बताता है कि जब हम अंतरिक्ष यान भेजकर अपने पड़ोसी को समझने में व्यस्त थे, तो हमारे ग्रह पर भी उनकी नजर थी.
ESA ने क्लिक की ये तस्वीर
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की खबर के अनुसार, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ऑर्बिटर द्वारा क्लिक की गई ताजा तस्वीर निश्चित रूप से ऐसी दिखती है! लेकिन हमारे बीच रोमांच चाहने वालों को अपने दिमागी घोड़ों को थोड़ी देर के लिए लगाम लगानी होगी क्योंकि यह तस्वीर मंगल की सतह पर एक विशाल गड्ढे की है.
आंख की तरह दिख रहा है गड्ढा
इसका मतलब यह नहीं है कि यह डरावना नहीं दिख रहा. गड्ढा लगभग एक आंख के आकार का है और केंद्र में एक काला क्षेत्र भी बिल्कुल आंख का आभास करा रहा है. गड्ढा 30 किलोमीटर से भी बड़ा है और मंगल के दक्षिणी गोलार्ध में एक क्षेत्र में स्थित है. इस क्षेत्र का नाम एओनिया टेरा है.
4 अरब साल पुराना हो सकता है गड्ढा
मंगल ग्रह पर इस क्षेत्र में 4 अरब साल पहले बड़े पैमाने पर प्रभावों के कारण बने कई क्रेटर हैं. उस समय सौरमंडल अपनी शैशवावस्था में था और ग्रहों का निर्माण हो रहा था. इन शिशु ग्रहों को विशाल अंतरिक्ष चट्टानों द्वारा पस्त किया जा रहा था जो नवगठित सौर मंडल में घूम रहे थे. इसी समय इस गड्ढे के बनने की आशंका है.
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