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कहते हैं कि हौसला बुलंद तो एवरेस्ट भी चढ़ जाते हैं लोग।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कहते हैं कि हौसला बुलंद तो एवरेस्ट भी चढ़ जाते हैं लोग। ऐसा ही एक कारनामा कनाडा की रोरी वैन उल्फ ने किया है। रोरी ने महज सात साल की उम्र में 80 किलो का वजन उठाकर दुनिया की 'सबसे शक्तिशाली बच्ची' बनने का गौरव हासिल किया है। उसे 'छोटी बाहुबली' भी कहा जा रहा है।
दो साल से कर रही थी अभ्यास
रोरी ओटावा की रहने वाली हैं और मात्र पांच साल की उम्र से वेट लिफ्टिंग की प्रैक्टिस कर रही हैं। दो साल की ट्रेनिंग लेने के बाद रोरी ने ओलिंपिक वुमन्स बार में स्नैच में 32 किलो, क्लीन एंड जर्क में 42 किलो, स्क्वाटिंग में 61 किलो और डेडलिफ्ट में 80 किलो का वजन उठाकर लोगों को हैरत में डाला और दुनिया के आकर्षण का केंद्र बन गई।
सोशल मीडिया में छाई रोरी
रोरी का कहना है कि उन्हें मजबूत होना पसंद है। मजबूत होने पर मुझे और ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। मैं मुकाबले से पहले और बाद में बहुत ज्यादा नहीं सोचती हूं। रोरी की यह कलाकारी सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर एक प्रशंसक ने रोरी से पूछा कि तुम इतना ज्यादा वजन इतनी आसानी से कैसे उठा सकती हो?
टेटू की शौकीन
वहीं एक दूसरे यूजर ने कहा कि तुम्हारी वजन उठाने की तकनीक बेहद कमाल की है। इसके अलावा एक यूजर ने रोरी की बांह पर बने टैटू की तारीफ की तो रोरी ने जवाब दिया कि यह अस्थायी रूप से बनवाया गया है। मुझे टैटू सुकून देते हैं और मुझे उन्हें दिखाना भी अच्छा लगता है।
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