विश्व

चीन में लॉकडाउन बेअसर, शंघाई में जारी है कोरोना का कहर, अस्‍पतालों में मर रहे बुजुर्ग, पर्याप्‍त खाना तक नहीं

Neha Dani
16 April 2022 5:20 AM GMT
चीन में लॉकडाउन बेअसर, शंघाई में जारी है कोरोना का कहर, अस्‍पतालों में मर रहे बुजुर्ग, पर्याप्‍त खाना तक नहीं
x
हमें अपनी प्रतिक्रिया में कभी भी ढील नहीं देनी चाहिए। जीत दृढ़ता से आती है।

चीन में शुक्रवार को 3,400 से अधिक लोग जांच में कोविड-19 (Covid 19) से संक्रमित पाये गये, जबकि बिना लक्षण वाले कोविड मरीजों की संख्या 20,700 दर्ज की गई। चीन के शंघाई (Shanghai) शहर में सबसे अधिक मामले पाये गये हैं, जहां लंबे समय से लॉकडाउन (Lockdown) है। शंघाई में प्रतिदिन मिलने वाले नये मरीजों की संख्या लगातार सबसे अधिक है। शंघाई में इलाज के इंतजार में एक बुजुर्ग महिला की मौत को लेकर लोगों में नाराजगी के मद्देनजर अस्पतालों को आदेश दिया गया है कि वे गैर कोविड मरीजों के इलाज में देरी नहीं करें।

राष्ट्रीय स्वस्थ्य आयोग (एनएचसी) के अुनसार चीन के मुख्य भूभाग पर बृहस्पतिवार को स्थानीय संक्रमण के कारण कोविड-19 से संक्रमित पाये गये लोगों की संख्या 3472 दर्ज की गई, जबकि बगैर लक्षण वाले कोविड मरीजों की संख्या 20,782 दर्ज की गई। इस दौरान चीन के वाणिज्यिक केंद्र शंघाई में स्थानीय संक्रमण के कारण कोविड-19 से संक्रमित पाये गये लोगों की संख्या 3,200 दर्ज की गई, जबकि बगैर लक्षण वाले कोविड मरीजों की संख्या 19 872 दर्ज की गई।
शहर में पहले ही कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए कई दौर के परीक्षण किये जा चुके हैं। साथ ही संक्रमितों के इलाज के लिए अस्थायी अस्पताल बनाये जा चुके हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि बीते चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमित रोगियों के 28,778 करीबी लोगों को स्वास्थ्य निगरानी से मुक्त किया गया। गौरतलब है कि चीन के वुहान से 2019 में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। बाद में कोरोना वायरस के संक्रमण ने वैश्विक महामारी का रूप ले लिया था। अब एक बार फिर यह उसी क्षेत्र में इतनी तेजी से बढ़ रहा है, जब बाकी दुनिया ने वायरस को लगभग नियंत्रित कर लिया है।
मौत छिपा रही सरकार?
शंघाई के एक अस्पताल में शुक्रवार को दर्जनों बुजुर्ग मरीजों की कोविड-19 से मौत हो गई। लेकिन आधिकारिक सरकारी आंकड़ों का दावा है कि 2020 के बाद से शहर में इस बीमारी से कोई मौत नहीं हुई है। वायरस की एक नई लहर को रोकने की कोशिश के रूप में सरकार शंघाई में सख्‍त लॉकडाउन लगा रही।शहर की लगभग 25 मिलियन आबादी में से अधिकांश को तीन सप्ताह के लिए अंदर रहने का आदेश दिया गया है।
शंघाई में लाखों के पास खाना नहीं
शंघाई में स्थिति इतनी खराब होने लगी है कि आधिकारिक चीनी मीडिया ने भी जनता के असंतोष को उजागर करना शुरू कर दिया है। सरकारी ग्लोबल टाइम्स में शुक्रवार को छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शंघाई शहर कोरोना वायरस संक्रमण के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ अपने सबसे कठिन समय से गुजर रहा है। स्थानीय निवासियों के बीच संदेह, चिंता और थकान ध्यान देने योग्य है। कोई भी हृदय विदारक कहानी जनता के रोष को जगा सकती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इंटरनेट पर जनआक्रोश की सुनामी आ गई है।
शंघाई में लाखों लोग भोजन की कमी, अपने पड़ोसियों को पृथकवास तक पहुंचाने में देरी और रोजमर्रा की परेशानियों से जूझ रहे हैं। गौरतलब है कि महामारी से शंघाई में सबसे अधिक बुजुर्ग आबादी प्रभावित है। शंघाई चीन के उन शहरों में से एक हैं जहां बुजुर्गों की आबादी सबसे ज्यादा है। अनिश्चितकालीन लॉकडाउन के दौरान इस समूह पर ज्यादा प्रभाव इसलिए भी आया क्योंकि अधिकतर लोग उम्र संबंधी पुरानी बीमारियों से भी ग्रसित हैं। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बृहस्पतिवार को अपने हैनान प्रांत के दौरे में कहा क‍ि यह देखते हुए कि वैश्विक कोविड-19 महामारी की स्थिति अभी भी गंभीर है, हमें अपनी प्रतिक्रिया में कभी भी ढील नहीं देनी चाहिए। जीत दृढ़ता से आती है।

Next Story