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कोलंबो, (आईएएनएस)| राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि देश द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) समझौते में प्रवेश करने के बाद श्रीलंकाई रुपया (एलकेआर) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले धीरे-धीरे अप्रिशिएट करेगा। सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका के गवर्नर नंदलाल वीरासिंघे के अनुसार, आईएमएफ सोमवार को देश के लिए 2.9 बिलियन डॉलर के बेलआउट पैकेज को मंजूरी देने के लिए तैयार है।
राष्ट्रपित ने कहा कि एक बार श्रीलंका को आईएमएफ धन प्राप्त हो जाने के बाद वह बाहरी ऋण का पुनर्गठन शुरू कर सकता है और एलकेआर एक डॉलर के मुकाबले 185 से 200 के बीच व्यापार करेगा।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका को कर्ज चुकाने के लिए 10 साल तक का समय मिलने की उम्मीद है। संकटग्रस्त द्वीप राष्ट्र अर्थव्यवस्था को स्थिर करेगा और 2026 तक बजट अधिशेष होगा।
1948 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से दक्षिण एशियाई देश सबसे खराब आर्थिक संकट की चपेट में आने के बाद श्रीलंका ने 2022 में अंतरराष्ट्रीय ऋणदाता के साथ संबंधित वार्ता शुरू की।
--आईएएनएस
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Rani Sahu
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